क्या पंजाब भेजे जाएंगे केजरीवाल? लुधियाना की जीत ने खोला राज्यसभा का रास्ता, कैबिनेट में बड़ा उलटफेर तय!

लुधियाना उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद संजीव अरोड़ा के इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल के नाम की चर्चा जोरों पर, पंजाब में कैबिनेट में भी बड़े बदलाव के संकेत।

Arvind Kejriwal Rajya Sabha From Punjab Ludhiana Win
Arvind Kejriwal Rajya Sabha From Punjab Ludhiana Win (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • लुधियाना पश्चिम सीट से AAP ने जीत दर्ज की, संजीव अरोड़ा को मिल सकती है मंत्री की कुर्सी
  • राज्यसभा सीट पर अरविंद केजरीवाल की दावेदारी की अटकलें तेज
  • भगवंत मान सरकार में कैबिनेट विस्तार तय, कुछ मंत्रियों की छुट्टी तय

पंजाब की लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही पंजाब की राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है। पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा की जीत के बाद अब चर्चा है कि उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा और उनके इस्तीफे से खाली हुई राज्यसभा सीट से अरविंद केजरीवाल को भेजा जा सकता है।

दिल्ली में हार, पंजाब से नई शुरुआत?

अरविंद केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। तभी से अटकलें थीं कि वे राज्यसभा के जरिए संसद में एंट्री कर सकते हैं। अब पंजाब में मिली इस बड़ी जीत से यह रास्ता और साफ होता दिख रहा है।

संजीव अरोड़ा, जो एक उद्योगपति हैं, पार्टी नेतृत्व के करीबी माने जाते हैं। चुनाव से पहले ही संकेत मिल गए थे कि उनके स्थान पर कोई बड़ा चेहरा राज्यसभा जाएगा — और वह चेहरा अब अरविंद केजरीवाल हो सकते हैं।

कैबिनेट में बड़े बदलाव तय, कुछ की होगी छुट्टी?

अरविंद केजरीवाल ने खुद पंजाब में प्रचार के दौरान कैबिनेट विस्तार की बात कही थी। अब इस जीत के बाद राज्य सरकार में बड़ा फेरबदल हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, एक मंत्री की छुट्टी तय मानी जा रही है, वहीं कुछ के विभाग बदले जा सकते हैं।

2027 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल साबित हुआ उपचुनाव

राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि यह उपचुनाव 2027 विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल था। यहां AAP की जीत ने पार्टी को न सिर्फ नैतिक बल दिया है, बल्कि एक बार फिर साबित कर दिया कि जनता का भरोसा अब भी उनके साथ है।

मजबूत प्रचार रणनीति, केजरीवाल और मान की टीम ने झोंकी ताकत

इस उपचुनाव में मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और खुद अरविंद केजरीवाल ने ज़ोरदार प्रचार किया। यहां तक कि पंजाब CM भगवंत मान की पत्नी भी प्रचार में शामिल रहीं।

यह सीट इसलिए भी खास रही क्योंकि यहां व्यापारी वर्ग की बहुलता है, जो पारंपरिक रूप से कांग्रेस या भाजपा के साथ जुड़ा रहा है। ऐसे में AAP की जीत बेहद अहम मानी जा रही है।

कांग्रेस दूसरे, भाजपा तीसरे और अकाली दल चौथे स्थान पर

पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, जो इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं, इस बार कांग्रेस की ओर से दूसरे नंबर पर रहे। भाजपा तीसरे और शिरोमणि अकाली दल चौथे नंबर पर खिसक गए।

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