आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख Arvind Kejriwal एक बार फिर राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। पंजाब से AAP सांसद Sanjeev Arora के राज्यसभा से इस्तीफे के बाद अब ये सीट खाली हो गई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि Kejriwal को इस सीट से राज्यसभा भेजा जा सकता है।
Sanjeev Arora का इस्तीफा, विधायक बनने के बाद उठाया कदम
Sanjeev Arora ने राज्यसभा से आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया है, जिसे उपराष्ट्रपति Jagdeep Dhankhar ने स्वीकार कर लिया है। Arora ने हाल ही में पंजाब के Ludhiana West सीट से विधानसभा उपचुनाव जीता है। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा, “राज्यसभा के सदस्य के रूप में सेवा देना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही। पंजाब के लोगों, चेयरमैन और सदस्यों का मैं आभार व्यक्त करता हूं।”
अब Kejriwal का नाम सबसे आगे, मनीष सिसोदिया भी रेस में
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अब इस खाली सीट पर Arvind Kejriwal को राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि Manish Sisodia समेत पंजाब के कई वरिष्ठ AAP नेताओं के नाम भी इस दौड़ में हैं। Kejriwal इस समय गुजरात दौरे पर हैं, लेकिन पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
उपचुनाव जीत के बाद AAP का बढ़ा आत्मविश्वास
Arvind Kejriwal पहले ही कह चुके हैं कि गुजरात और पंजाब की उपचुनाव जीत यह साबित करती है कि “देश को BJP से मुक्ति दिलाने की ताकत सिर्फ AAP में है”। ऐसे में Kejriwal को राज्यसभा में लाकर पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूती के साथ आगे बढ़ना चाहती है।
2022 में बने थे राज्यसभा सांसद, 2028 तक का कार्यकाल बचा
Sanjeev Arora ने 10 अप्रैल 2022 को राज्यसभा की सदस्यता ली थी। उनका कार्यकाल अप्रैल 2028 तक था, यानी अब भी लगभग ढाई साल से ज्यादा का वक्त बचा है। यही कारण है कि इस सीट को लेकर राजनीतिक रणनीति तेज हो गई है और Kejriwal का नाम सबसे मजबूत उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है।