भारत का पानी नहीं मिलेगा पाकिस्तान को! शहबाज शरीफ ने कबूल की हार, बोले- अब खुद बनाना होगा जल भंडारण

भारत ने सिंधु जल संधि को एकतरफा ‘स्थगित’ किया तो पाकिस्तान बौखला गया, PM Shehbaz Sharif बोले- "India बना रहा है पानी को हथियार"

India Pakistan Water Dispute Sindhu Treaty Shehbaz Sharif Statement
India Pakistan Water Dispute Sindhu Treaty Shehbaz Sharif Statement (Source: BBN24/Google/Social Media)

भारत ने एक बार फिर अपनी जल नीति को सख्त कर दिया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर की Chenab River पर स्थित Salal Dam और Baglihar Dam के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे पाकिस्तान में बाढ़ जैसी स्थिति बनने लगी है। इसके जवाब में Pakistan के प्रधानमंत्री Shehbaz Sharif ने माना कि अब पाकिस्तान को अपनी जल भंडारण क्षमता खुद ही बढ़ानी होगी।

Shehbaz Sharif का बड़ा बयान: “India बना रहा है पानी को हथियार”

इस्लामाबाद में National Emergency Operations Centre (NEOC) के दौरे के दौरान PM Shehbaz Sharif ने साफ तौर पर कहा कि India अब पानी को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने Indus Water Treaty (IWT) को एकतरफा तरीके से सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अब गैर-विवादास्पद जल परियोजनाओं को तेजी से लागू करना होगा ताकि देश की जल सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

क्या है सिंधु जल संधि और क्यों बढ़ा विवाद

Indus Water Treaty वर्ष 1960 में World Bank की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था, जिसमें छह नदियों – सिंधु, झेलम, चिनाब, सतलज, ब्यास और रावी – के जल वितरण को लेकर समझौता हुआ था। भारत को तीन पूर्वी नदियों (सतलज, ब्यास, रावी) पर पूर्ण अधिकार मिला, जबकि पाकिस्तान को तीन पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब) का पानी मुख्य रूप से इस्तेमाल करने का अधिकार मिला।

लेकिन अप्रैल 2025 में Pahalgam Terror Attack के बाद भारत ने इसे “स्थगित” करने का फैसला किया, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इसके बाद से भारत पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोकने की दिशा में लगातार कदम उठा रहा है।

CR Patil और Amit Shah ने क्या कहा

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री CR Patil ने कहा था कि “सिंधु जल संधि पर मोदी सरकार का निर्णय ऐतिहासिक है और राष्ट्रीय हित में है।” वहीं, Home Minister Amit Shah ने भी स्पष्ट कर दिया कि “अब पाकिस्तान को सिंधु नदी की एक बूंद भी नहीं मिलेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि अब उस पानी को भारत के सूखा प्रभावित राज्यों जैसे Rajasthan की ओर मोड़ा जाएगा।

Pakistan ने भी मानी हकीकत, बढ़ाएगा जल भंडारण प्रोजेक्ट्स

Shehbaz Sharif ने कहा कि पाकिस्तान अब Diamer Bhasha Dam जैसे बड़े जल परियोजनाओं पर खुद ही तेजी से काम करेगा। उन्होंने 1991 के जल समझौते का हवाला देते हुए कहा कि प्रांतों के बीच जल भंडारण क्षमता बढ़ाना जरूरी है। भारत द्वारा शुरू की गई Tulbul Navigation Project और अन्य बांध परियोजनाओं से भी पाकिस्तान चिंतित है।

चिनाब का पानी रोका तो 3 करोड़ लोग होंगे प्रभावित

भारत द्वारा Chenab River पर नियंत्रण से पाकिस्तान के कई शहरों में जल संकट गहराने की आशंका है। अनुमान के मुताबिक 24 शहरों में 3 करोड़ लोगों को इसका असर झेलना पड़ सकता है, और Kharif crops को 21% कम पानी मिलेगा। पाकिस्तान के बड़े बांध जैसे Mangla, Tarbela और Chashma Barrage भारत से आने वाले पानी पर निर्भर हैं।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष मजबूत

हाल ही में Permanent Court of Arbitration (PCA) ने कहा कि भारत IWT को एकतरफा निलंबित नहीं कर सकता, लेकिन भारत ने इस फैसले को मान्यता देने से इनकार कर दिया। भारत का रुख साफ है – अपने हिस्से के जल पर उसका पूर्ण अधिकार है और वह उस पर काम करना जारी रखेगा।

पाकिस्तान के प्रस्ताव को भारत ने ठुकराया

Shehbaz Sharif ने सऊदी अरब के नेतृत्व से बातचीत में भारत के साथ जल, कश्मीर, आतंकवाद और व्यापार जैसे मुद्दों पर चर्चा की इच्छा जताई, लेकिन भारत ने दो टूक कह दिया कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर सख्त कदम नहीं उठाता, कोई बातचीत नहीं होगी।

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