झारखंड की प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शोभा चक्रवर्ती (Dr. Shobha Chakraborty) के निधन पर राज्य भर में शोक की लहर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने उनके निधन को महिला स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए “अपूरणीय क्षति” करार देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “डॉ. शोभा जी ने अपना पूरा जीवन महिला स्वास्थ्य की सेवा में समर्पित किया था। उनका चले जाना चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।”
हार्ट अटैक से हुआ निधन, 55 साल तक की सेवा
डॉ. शोभा चक्रवर्ती का निधन हार्ट अटैक के कारण हुआ। वे कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं और पहले भी उनकी एंजियोप्लास्टी हो चुकी थी। 80 वर्ष की उम्र में भी वे सक्रिय रूप से मरीजों को देख रही थीं। उन्होंने अपने करियर में 35,000 से अधिक डिलीवरी करवाईं और हजारों महिलाओं का इलाज किया।
RIMS से पढ़ाई और सेवा, महिला स्वास्थ्य में निभाई अग्रणी भूमिका
रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) की पूर्व डॉक्टर रहीं डॉ. शोभा चक्रवर्ती ने यहीं से अपनी मेडिकल पढ़ाई की और बाद में यहीं लंबे समय तक सेवा भी दी। वे संयुक्त बिहार के समय से ही एक जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ मानी जाती थीं।
मां-बेटी की जोड़ी करती थी प्रैक्टिस
डॉ. शोभा की एक बेटी भी हैं, जो पेशे से गायनकॉलॉजिस्ट हैं। मां-बेटी की इस जोड़ी ने वर्षों तक साथ मिलकर प्रैक्टिस की। दोनों का रांची में गहरा सम्मान और भरोसा था। आम लोग ही नहीं, कई राजनीतिक और सामाजिक हस्तियां भी उनके पास इलाज के लिए पहुंचती थीं।
झारखण्ड की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ शोभा चक्रवर्ती जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। डॉ शोभा जी ने अपना पूरा जीवन महिला स्वास्थ्य की सेवा में समर्पित किया था। उनका चले जाना चिकित्सा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। pic.twitter.com/QFNAROn5VA
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 4, 2025
अर्जुन मुंडा ने भी जताया शोक
डॉ. शोभा चक्रवर्ती के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि “डॉ. शोभा जी महिला स्वास्थ्य की प्रतीक थीं। उनका जाना एक युग का अंत है।”
डॉ. शोभा चक्रवर्ती की सेवाएं आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा रहेंगी। राज्य सरकार और चिकित्सा समुदाय ने उनके योगदान को सम्मानपूर्वक याद किया है।