पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले Tejashwi Yadav ने सियासी चाल चल दी है, जिसने NDA खेमे को गहरा झटका दिया है। बिहार की सीनियर नेता और तीन बार विधायक व एक बार सांसद रह चुकीं Renu Kushwaha ने आज राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सदस्यता ग्रहण कर ली। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में खुद तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इस मौके पर Raghvendra Kushwaha ने भी RJD का दामन थामा। यह राजनीतिक घटनाक्रम बिहार के बदलते समीकरणों की ओर साफ संकेत करता है।
तीन दलों में रह चुकी हैं रेणु कुशवाहा
Renu Kushwaha का सियासी सफर बेहद दिलचस्प रहा है। वह BJP, JDU और LJP जैसे तीनों बड़े NDA घटक दलों में सक्रिय रह चुकी हैं। 1999 में उन्होंने जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीतकर RJD नेता आर. के. राणा की पत्नी को हराया था। कुशवाहा दो बार बिहार की कैबिनेट मंत्री भी रह चुकी हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो उनका कोर वोट बैंक भी काफी मजबूत है। अब उनके RJD में आने से Tejashwi Yadav को ओबीसी समुदाय के एक वर्ग का समर्थन और भी मजबूती से मिलने की संभावना है।
CM के चेहरे के रूप में उभर रहे हैं तेजस्वी
हाल ही में आए कई राजनीतिक सर्वे में Tejashwi Yadav को बिहार के मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा चेहरा बताया गया है। जनता के बीच बढ़ती लोकप्रियता और विपक्षी दलों में टूट इस बात का संकेत हैं कि आने वाले चुनाव में RJD प्रमुख चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
RJD की रणनीति में नया मोड़
राजद ने रेणु कुशवाहा को शामिल कर यह संकेत दे दिया है कि वह महागठबंधन से अलग होकर, या नए समीकरण बनाकर चुनावी रण में उतर सकती है। रेणु जैसे अनुभवी नेता का साथ मिलना राजद की वोट मैनेजमेंट रणनीति को और धार देने का काम करेगा।