पटना: जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने माता गुजरी देवी मेडिकल कॉलेज को लेकर सनसनीखेज खुलासा किया है। PK ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि कॉलेज के सर्वेसर्वा डॉ. दिलीप जायसवाल ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए 50 से अधिक पॉलिटिकल फैमिलीज के रिश्तेदारों को बिना किसी एंट्रेंस टेस्ट के एमबीबीएस में एडमिशन दिलवाया। इसमें Lalu Yadav और Radha Mohan Singh के परिजन भी शामिल हैं।
PK का आरोप है कि दिलीप जायसवाल ने कॉलेज पर अवैध कब्जा जमाकर अपने फायदे के लिए पूरे सिस्टम को ही बदल डाला। प्रेस कांफ्रेंस में कॉलेज के असली संस्थापक सरदार मौलेश्वर सिंह के बेटे गुरदयाल सिंह समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।
PK का सवाल- क्लर्क से डायरेक्टर कैसे बन गए दिलीप जायसवाल?
प्रशांत किशोर ने आरोपों की झड़ी लगाते हुए पूछा कि दिलीप जायसवाल, जो पहले क्लर्क थे, वो अचानक कैसे मेडिकल कॉलेज के निदेशक और ट्रस्टी बन गए? उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी उन्हें “मुंहबोला भाई” मानती हैं और Lalu Yadav के दो साले के बच्चे यहीं से डॉक्टर बने हैं।
PK का दावा है कि मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए ना कोई टेस्ट लिया गया, ना मेरिट देखी गई। एडमिशन सीधे मैनेजमेंट कोटा से हुआ और डॉक्टरी की डिग्री थाली में सजाकर दी गई।
एसपी की पत्नी को भी मिला दाखिला, विरोध करने वालों को मैनेज किया गया
प्रशांत किशोर ने बताया कि एक एसपी जिसने एक केस में दिलीप जायसवाल का नाम हटाया, उसकी पत्नी को मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल गया। जो भी लोग कॉलेज में अनियमितताओं का विरोध करते थे, उन्हें सीट देकर चुप करा दिया गया।
PK ने कहा कि 25 सालों से यह खेल चल रहा है, लेकिन कोई नहीं बोला क्योंकि इसमें हर पार्टी के लोग शामिल हैं। अब जन सुराज इस मुद्दे को समाज के बीच लेकर जाएगा और कानूनी लड़ाई भी लड़ेगा।
बीजेपी बोली- PK साबित करें आरोप
इधर बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने PK के आरोपों को मनगढ़ंत बताया और कहा कि अगर उनके पास सबूत है तो सामने रखें। उन्होंने कहा कि Prashant Kishor को जब कोई मुद्दा नहीं मिलता, तो वह मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसे बयान देते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉ. दिलीप जायसवाल भी बहुत जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं, जिसमें वे PK के आरोपों का जवाब देंगे।