Tejashwi Yadav का चुनावी मास्टरस्ट्रोक: ‘Tejashwi Digital Force’ लॉन्च कर बदला बिहार का सियासी समीकरण

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव ने जनता से सीधा जुड़ाव बनाने के लिए लॉन्च किया डिजिटल पोर्टल, NDA के लिए बढ़ी मुश्किलें

Tejashwi Digital Force Bihar Election 2025 Strategy
(Source: Google/Social Media Sites)
Highlights
  • तेजस्वी यादव ने लॉन्च किया 'Tejashwi Digital Force' पोर्टल
  • आम जनता अब सीधे दे सकेगी चुनावी सुझाव
  • NDA के लिए रणनीतिक स्तर पर बढ़ीं परेशानियां

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी घमासान तेज हो चुका है। इस बीच Tejashwi Yadav ने एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक चल दिया है। उन्होंने सोमवार को पटना स्थित अपने सरकारी आवास (एक पोलो रोड) में ‘Tejashwi Digital Force’ नामक एक पोर्टल लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य जनता से सीधा संवाद बनाना है। यह कदम NDA के लिए चुनावी गणित में बड़ा झटका साबित हो सकता है।

‘Tejashwi Digital Force’ से जनता की राय सीधे पहुंचेगी महागठबंधन तक

तेजस्वी यादव ने इस मौके पर कहा कि “बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं, विकास चाहते हैं। हम उन्हें यह प्लेटफॉर्म दे रहे हैं ताकि वे अपनी राय सीधे India Alliance तक पहुंचा सकें।” इस पोर्टल के माध्यम से जो सुझाव मिलेंगे, उन्हें गठबंधन अपने एजेंडे में शामिल करेगा और चुनाव में प्रमुखता से उठाएगा।

जानिए कैसे करेगा काम यह डिजिटल पोर्टल

तेजस्वी यादव ने बताया कि यह पोर्टल फेसबुक, ट्विटर और जीमेल ID के ज़रिए लॉगिन किया जा सकता है। उपयोगकर्ताओं को एक फोटो और बुनियादी जानकारी जैसे जन्मतिथि और विधानसभा/लोकसभा क्षेत्र जैसी सूचनाएं देनी होंगी।

इसके बाद डिजिटल वॉलंटियर्स के ज़रिए महागठबंधन की योजनाएं घर-घर तक पहुंचाई जाएंगी। तेजस्वी का दावा है कि यह कदम बिहार में नई राजनीति और पारदर्शिता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

“नया बिहार” बनाने का विजन है हमारे पास – तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि एक नया बिहार बनाना है। उन्होंने कहा, “हम नई पीढ़ी के नेता हैं। हमारी सोच अलग है, हमारी प्राथमिकता जनता के मुद्दे हैं। हम बिहार की गरीबी, बेरोजगारी और औद्योगिक पिछड़ापन दूर करना चाहते हैं।”

NDA के लिए बढ़ीं चुनावी चुनौतियां

Tejashwi Digital Force के लॉन्च के बाद अब NDA को भी डिजिटल मोर्चे पर रणनीति बनानी होगी। जनता से सीधा जुड़ाव और उनके सुझावों को एजेंडे में शामिल करना तेजस्वी की एक चतुर चाल मानी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि BJP, JDU और अन्य NDA पार्टियां इसका क्या जवाब देती हैं।

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