इजराइल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच तनाव एक बार फिर से हिंसक रूप ले चुका है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान के पास एक बड़े सैन्य ठिकाने पर हमला किया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में ईरानी सेना के टॉप जनरल और एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक की मौत हो गई है।
ईरान की सरकारी मीडिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि इस हमले को ‘सीधा युद्ध घोषणा’ माना जा सकता है।
सेना प्रमुख और वैज्ञानिक की मौत से मचा कोहराम
ईरान के मारे गए सेना प्रमुख की पहचान जनरल अली रज़ावी (General Ali Razavi) के रूप में हुई है, जो देश के मिलिट्री ऑपरेशन्स के हेड थे। साथ ही, जिन परमाणु वैज्ञानिक की मौत हुई है, उनका नाम डॉ. फरीद हुसैनी (Dr. Farid Hosseini) बताया गया है, जो ईरान के सीक्रेट न्यूक्लियर प्रोजेक्ट के अहम सदस्य थे।
देशभर में इमरजेंसी लागू, स्कूल और एयरस्पेस सील
हमले के बाद ईरान सरकार ने देशभर में इमरजेंसी (Emergency) लागू कर दी है। सभी स्कूल-कॉलेज अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं और ईरानी एयरस्पेस को भी अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है।
तेहरान समेत कई शहरों में सेना तैनात कर दी गई है और नागरिकों को घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।
यूएन और वर्ल्ड लीडर्स की चिंता बढ़ी
इजराइल के इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हड़कंप मच गया है। संयुक्त राष्ट्र (UN), अमेरिका और रूस जैसे देशों ने स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
हालांकि, इजराइल ने फिलहाल इस हमले की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन उसके मीडिया चैनलों में इसे एक ‘स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन’ बताया जा रहा है।
क्या यह अगला वर्ल्ड वॉर ट्रिगर करेगा?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि स्थिति काबू में नहीं आई, तो यह टकराव दुनिया को तीसरे विश्व युद्ध (World War III) की ओर धकेल सकता है। अमेरिका और नाटो (NATO) की नजरें इस संघर्ष पर टिकी हुई हैं।
अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि ईरान इस हमले का जवाब कैसे देता है।