बिहार के अररिया जिले में मुहर्रम के मौके पर बड़ा बवाल सामने आया है। पलासी थाना क्षेत्र के रामनगर पंचायत स्थित हाटगांव कर्बला मैदान में बिना लाइसेंस के निकाले जा रहे जुलूस को रोकने गई पुलिस पर असामाजिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार का सिर फट गया, जबकि कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
ड्रोन ऑपरेटर से मारपीट, कैमरा और मोबाइल लूटा गया
घटना सोमवार देर रात की है जब पलासी थानेदार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर विधि व्यवस्था संभाल रहे थे। इस दौरान जुलूस की वीडियोग्राफी कर रहे ड्रोन ऑपरेटर पर भी हमला कर दिया गया। न केवल उसे पीटा गया बल्कि उसका ड्रोन कैमरा और मोबाइल भी छीन लिया गया।
गिरफ्तारी और FIR: 7 पकड़े गए, 100 अज्ञात पर केस
घटना को गंभीरता से लेते हुए पलासी पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और सात उपद्रवियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। पलासी थानेदार की तहरीर पर 56 नामजद और 90 से 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- शाहिद, साकिब, मुंतजीर, जाहिद साकिब (सभी जोकीहाट थाना क्षेत्र के भंगी टोला से)
- परवेज, जाबिर (पलासी थाना क्षेत्र के कुम्हिया गांव से)
हमले की पूरी कहानी थानेदार की जुबानी
थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि भंगी टोला के 100 से 150 लोग हरवे-हथियार से लैस होकर रामनगर होते हुए हाटगांव कर्बला मैदान जा रहे हैं। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी और पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
ड्रोन कैमरा और मोबाइल जब्त, अन्य उपद्रवी फरार
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए 7 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से ड्रोन कैमरा, मोबाइल और बैग बरामद किया गया। हालांकि बाकी उपद्रवी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
बिहार में मुहर्रम को लेकर बढ़ा तनाव
बता दें कि बिहार के अन्य जिलों जैसे मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और कटिहार में भी मुहर्रम जुलूस के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। कई जगहों पर पथराव, झंडे को लेकर विवाद और हत्या जैसी घटनाएं हुई हैं, जिससे राज्य में सांप्रदायिक तनाव गहराता जा रहा है।
जांच जारी, फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी
पुलिस का कहना है कि फरार उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। जिले में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है ताकि कोई दोबारा ऐसी घटना न दोहराए।