पटना: राजधानी पटना में मंगलवार और बुधवार को आम लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो सकती है, क्योंकि ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने नए ट्रैफिक नियमों के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
पटना की सभी प्रमुख ऑटो यूनियनों ने मिलकर इस संयुक्त हड़ताल की घोषणा की है, जिसमें प्रशासन की अनदेखी के खिलाफ कड़ा विरोध जताया जा रहा है। चालकों ने साफ कहा है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन हो सकती है।
एक यूनियन प्रतिनिधि ने कहा, “हमने बार-बार अपनी समस्याएं उठाईं, लेकिन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। अब यह दो दिन की चेतावनी है – यदि समाधान नहीं मिला, तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।”
ओला-उबर की डिमांड बढ़ेगी, यात्रियों को होगी भारी परेशानी
इस हड़ताल का असर सीधे आम जनता पर पड़ेगा। ऑफिस जाने वाले कर्मचारी, स्कूल-कॉलेज के छात्र और रोजाना यात्रा करने वाले लोग गंभीर रूप से प्रभावित होंगे। ऐप आधारित कैब सर्विसेज जैसे Ola और Uber पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा, जिससे किराए भी बढ़ सकते हैं।
9 जुलाई को राज्यव्यापी बंद भी बनाएगा हालात और गंभीर
दिलचस्प बात यह है कि यह हड़ताल 9 जुलाई को होने वाले विपक्षी दलों के राज्यव्यापी बंद से ठीक पहले हो रही है। ऐसे में यदि बंद के दिन भी सड़क पर वाहन नहीं चले तो पटना की जनता को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। पिछले बंदों में भी देखा गया है कि दोपहर तक सड़कों पर सन्नाटा रहता है और अब ऑटो और ई-रिक्शा भी बंद होने से हालात और गंभीर हो सकते हैं।