झारखंड की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है। इस बार मामला गोड्डा (Godda) से सामने आया है, जहां एक मासूम बच्चा तीन घंटे तक एम्बुलेंस का इंतजार करता रहा, लेकिन समय पर मदद नहीं पहुंची और उसने दम तोड़ दिया। इस हृदयविदारक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें बच्चे के माता-पिता की चीख-पुकार ने हर किसी का दिल दहला दिया।
वीडियो ने खोली स्वास्थ्य सिस्टम की पोल
घटना के बाद का वीडियो सामने आने के बाद राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तीखे सवाल खड़े हो गए हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे माँ-बाप अपने मासूम की लाश को लेकर बिलख रहे हैं, और एम्बुलेंस न आने पर सिस्टम को कोसते नजर आ रहे हैं। तीन घंटे तक इंतजार करने के बावजूद कोई मदद नहीं आई।
सिस्टम पर फिर उठा सवाल
इससे पहले भी झारखंड में कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहाँ इलाज न मिलने या एम्बुलेंस के समय पर न पहुंचने की वजह से लोगों की जान गई है। लेकिन इसके बावजूद प्रशासन की नींद नहीं खुल रही। अब यह घटना झारखंड की स्वास्थ्य सेवाओं की असलियत को एक बार फिर उजागर कर रही है।
जनता में गुस्सा, सोशल मीडिया पर भड़के लोग
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लोग झारखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग की निंदा कर रहे हैं। कई लोगों ने इसे “सिस्टम की हत्या” करार दिया है।
क्या बोले प्रशासन?
स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि अब सिर्फ जांच नहीं, ठोस कदम चाहिए। गोड्डा जिला प्रशासन पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं कि आखिर तीन घंटे तक एम्बुलेंस क्यों नहीं पहुंची?
📹 वीडियो देखें:
गोड्डा की इस मासूम बच्ची की मौत के जिम्मेदार सीधे सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके बड़बोले मंत्री का स्वास्थ्य विभाग है।
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) June 22, 2025
पीड़ित लगातार एम्बुलेंस को बुलाते रहे लेकिन मजाल है कि मंत्री इरफान अंसारी की एम्बुलेंस समय पर पहुंच सके, खामियाजा इस मासूम बच्ची को भुगतना पड़ा जिसने इस… pic.twitter.com/2okyQWXv0F