क्या सच में BJP जिलाध्यक्ष करती हैं वोटर लिस्ट में हेरफेर? वायरल वीडियो पर चुनाव आयोग ने खोला पूरा सच!

दरभंगा में वायरल वीडियो से मचा सियासी बवाल, तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने साधा निशाना, चुनाव आयोग ने दी जांच रिपोर्ट

Bjp District President Voter List Viral Video Truth
Bjp District President Voter List Viral Video Truth (Source: BBN24/Google/Social Media)

दरभंगा में एक वायरल वीडियो ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महिला जिलाध्यक्ष कविता कुमारी मतदान केंद्र पर बैठकर वोटर लिस्ट रिवीजन (Voter List Revision) का काम कर रही थीं। विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ बताते हुए सीधे चुनाव आयोग पर सवाल दाग दिए। लेकिन अब चुनाव आयोग (Election Commission) ने इस वीडियो की जांच के बाद पूरा सच सामने लाया है।

तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने उठाए सवाल

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए भाजपा पर मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया। कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीडियो पोस्ट कर चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।

नवादा गैंगरेप कांड: लखनऊ से लौटी युवती के साथ दरिंदगी की हैवानियत, ई-रिक्शा चालक बना साजिशकर्ता

आयोग की सफाई- BJP जिलाध्यक्ष ने अपने परिवार का फॉर्म भरा

चुनाव आयोग ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में दिख रहीं महिला कविता कुमारी उर्फ सपना भारती हैं, जो जोरावन सिंह (उत्तरी भाग) स्थित मतदान केंद्र संख्या 156 की वोटर हैं। वह BJP की जिलाध्यक्ष भी हैं।
मतदान केंद्र पर तैनात बीएलओ सुधा कुमारी ने बताया कि कविता कुमारी अपने और परिवार के गणना फॉर्म भरने आई थीं और वहीं बैठकर दस्तावेज तैयार कर रही थीं। इसी दौरान डॉ. जमाल हसन नामक राजनीतिक कार्यकर्ता ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

वीडियो वायरल के पीछे राजनीतिक रंजिश?

जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि कविता कुमारी और डॉ. जमाल हसन के बीच पहले से राजनीतिक मनमुटाव है। इसी कारण जानबूझकर इस वीडियो को राजनीतिक रंग देकर वायरल किया गया। बीएलओ ने साफ किया कि कविता कुमारी ने वोटर लिस्ट रिवीजन में किसी भी तरह की दखल नहीं दी।

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का ‘रोजगार बम’, पटना में लगेगा महा जॉब फेयर, 120 कंपनियां देंगी नौकरी

आयोग ने आरोपों को बताया बेबुनियाद

चुनाव आयोग ने जोर देकर कहा कि वायरल वीडियो की सच्चाई सामने आ चुकी है और मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ चल रही है। आयोग ने यह भी कहा कि किसी भी बीएलओ की तरफ से लापरवाही बरतने का कोई प्रमाण नहीं मिला है।

Share This Article
Exit mobile version