Bihar Politics: ‘भूरा बाल साफ करो’ के नारे से मचा सियासी भूचाल, RJD विधायक के मंच से उठा विवाद, वीडियो वायरल

गया में RJD की सभा के दौरान विवादित नारा लगाने से गरमाई बिहार की राजनीति, विधायक रंजीत यादव ने दी सफाई, विपक्ष ने किया हमला

Rjd Mla Bhoora Baal Controversy
Rjd Mla Bhoora Baal Controversy (Source: BBN24/Google/Social Media)

गया: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। गया जिले के अतरी प्रखंड में आयोजित एक सभा में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक Ranjit Yadav की उपस्थिति में “भूरा बाल साफ करो” जैसे विवादित नारे लगे, जिससे सियासी पारा अचानक चढ़ गया है। इस नारे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है।

वायरल वीडियो में एक व्यक्ति मंच से बोलता है, “Lalu Yadav ने कहा था – भूरा बाल साफ करो, अब वही समय आ गया है।” इसके बाद सभा में तालियों की गूंज सुनाई देती है, और आसपास मौजूद लोग इस बयान पर प्रतिक्रिया देते दिखते हैं। यह वाकया RJD विधायक रंजीत यादव की मौजूदगी में हुआ, जिससे उनकी भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।

विधायक ने दी सफाई, कहा- न नारा हमारा, न नारा लगाने वाला समर्थक

विवाद बढ़ने पर विधायक Ranjit Yadav ने प्रेस से बातचीत में स्पष्ट किया कि यह बयान उनके या उनकी पार्टी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करता। उन्होंने बताया कि यह नारा Munarik Yadav नामक व्यक्ति ने दिया, जो ना तो उनके समर्थक हैं और ना ही RJD से किसी तरह से जुड़े हैं। विधायक ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा, “RJD A to Z की पार्टी है, हम जातीय भेदभाव के खिलाफ हैं।”

1990 के दशक का चर्चित नारा बना फिर मुद्दा

“भूरा बाल साफ करो” नारा कोई नया नहीं है। 1990 के दशक में यह नारा काफी प्रचलित था और माना जाता था कि इससे पिछड़ी जातियों को लामबंद करने की राजनीति की जाती थी। इसमें ‘भूरा बाल’ का मतलब होता है – Bhumihar, Rajput, Brahmin, Kayastha। उस समय लालू यादव की अगुवाई में यह नारा सामाजिक न्याय के नाम पर सवर्णों के खिलाफ एक राजनीतिक संदेश के रूप में देखा गया था।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और जांच की मांग

इस घटना के बाद स्थानीय जनता में नाराजगी है। विपक्षी दलों ने इस घटना की कड़ी आलोचना करते हुए RJD पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाया है। BJP और JDU नेताओं ने कहा कि “RJD की पुरानी सोच आज भी जिंदा है और यह समाज को बांटने का काम कर रही है।” वहीं प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए शांति बनाए रखने की अपील की है।

स्थानीय पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। वीडियो की सत्यता और नारेबाजी करने वाले व्यक्ति की पहचान के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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