समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव पर मौलाना साजिद रशीदी की विवादित टिप्पणी के बाद देश की सियासत में बवाल मच गया है। जहां सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तीखा विरोध दर्ज कराया है, वहीं हिंदू महासभा जैसे हिंदूवादी संगठनों ने भी खुलकर मोर्चा खोल दिया है। इस बयान ने न सिर्फ महिलाओं की गरिमा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी चिंता बढ़ा दी है।
लगातार दर्ज हो रही शिकायतें, पुलिस के पास पहुंचीं कई तहरीरें
रविवार को सपा नेता प्रवेश यादव ने सबसे पहले हजरतगंज थाने में मौलाना के खिलाफ तहरीर दी। इसके बाद सोमवार सुबह सपा कार्यकर्ता मो. इखलाक ने भी अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंचकर इंस्पेक्टर विक्रम सिंह को शिकायती पत्र सौंपा। इखलाक ने कहा कि “मौलाना की टिप्पणी समाज में नफरत फैलाने वाली है और करोड़ों महिलाओं की भावनाएं इससे आहत हुई हैं। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो सपा सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी।”
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हिंदू महासभा ने भी किया विरोध, गिरफ्तारी की मांग
इस मामले में सिर्फ सपा ही नहीं, अखिल भारत हिंदू महासभा ने भी सख्त रुख अपनाया है। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी अपने कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली पहुंचे और दोपहर में तहरीर दी। उन्होंने कहा कि यह बयान न केवल राजनीतिक शिष्टाचार का उल्लंघन है बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर करता है। संगठन ने मौलाना की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
पुलिस कर रही है जांच, जल्द होगी कार्रवाई
हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि उन्हें दो अलग-अलग तहरीरें प्राप्त हुई हैं और मामले की जांच की जा रही है। सभी साक्ष्यों के आधार पर जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले को गंभीरता से लेते हुए डिजिटल साक्ष्यों को भी खंगाला जा रहा है।