अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन The Resistance Front (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री Marco Rubio ने इसकी आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा कि TRF, पाकिस्तान में सक्रिय खूंखार आतंकी संगठन Lashkar-e-Taiba (LeT) का ही मुखौटा है। TRF ने इस साल अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के Pahalgam स्थित बैसरन घाटी में हुए भयानक आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 पर्यटकों को निर्ममता से गोली मार दी गई थी।
पहलगाम हमले का लश्कर-ए-तैयबा कनेक्शन
Rubio ने कहा कि पहलगाम में जिस तरह निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया, वह सीधे 2008 के Mumbai Attack की याद दिलाता है। अमेरिकी अधिकारियों ने इसे भारत में 2008 के बाद सबसे घातक आतंकी हमला करार दिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि TRF, लश्कर-ए-तैयबा का ही प्रॉक्सी संगठन है, जो पाकिस्तान में बैठकर कश्मीर में अशांति फैलाने की साजिश रचता है।
वैश्विक स्तर पर TRF के खिलाफ कार्रवाई
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि TRF पर फॉरेन टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन घोषित होने के बाद इसके सदस्यों पर वित्तीय और यात्रा संबंधी कड़े प्रतिबंध लागू होंगे। साथ ही वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियान में भारत और अमेरिका के सहयोग को भी मजबूती मिलेगी। TRF का नाम पहले भी भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए हमलों में सामने आ चुका है।
पटना के चंदन मिश्रा हत्याकांड से लेकर TRF तक का आतंक
हाल ही में Chandan Mishra Murder Case में भी ऐसे ही संगठनों की क्रूरता देखने को मिली थी, जहां अपराधियों ने अस्पताल में घुसकर हत्या को अंजाम दिया। पहलगाम हमला हो या पटना का गैंगवार, हर वारदात के पीछे पाकिस्तान की साजिश और आतंकी संगठनों की परछाई साफ दिखाई देती है।