बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को बिजली गुल होने के कारण लोगों को जबरदस्त परेशानी का सामना करना पड़ा। पावर कट करीब 19 घंटे तक चला, जिससे करीब 10 लाख की आबादी प्रभावित हुई। तेज गर्मी और उमस के बीच लोगों की नींद हराम हो गई और पानी की आपूर्ति भी पूरी तरह से बाधित हो गई।
भीषण गर्मी और अंधेरे में गुजरा शहर का दिन और रात
बुधवार की सुबह से ही कई इलाकों में बिजली की आंख-मिचौली शुरू हो गई थी, लेकिन दोपहर होते-होते हालात बद से बदतर हो गए। पूरे शहर में लंबे समय तक अंधेरा और उमस का माहौल बना रहा। लोगों को न तो पंखा चलाने की सुविधा थी, न ही कूलर या एसी।
बिहारशरीफ, कंकड़बाग, राजेंद्रनगर, बोरिंग रोड, बेली रोड जैसे मुख्य इलाकों में लोग घंटों तक बिजली के इंतजार में बैठे रहे। मोबाइल चार्ज करना भी मुश्किल हो गया और छोटे व्यवसायों पर इसका सीधा असर पड़ा।
पानी की सप्लाई भी ठप, गुस्से में लोग
बिजली गुल होने के साथ-साथ वाटर मोटर और टंकी सप्लाई भी बंद हो गई। नहाने, खाना बनाने और पीने के पानी के लिए लोग परेशान हो गए। कई इलाकों में लोग हैंडपंप या बोतल बंद पानी के सहारे रहे।
बिजली विभाग की सफाई – तकनीकी खराबी
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (BSPHCL) ने सफाई दी कि यह परेशानी सबस्टेशन में तकनीकी खराबी के कारण हुई। मरम्मत कार्य रातभर चला, लेकिन पूरी सप्लाई सामान्य करने में समय लग गया।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ #PatnaPowerCut
गुरुवार सुबह से ही ट्विटर (X) और फेसबुक पर #PatnaPowerCut ट्रेंड करने लगा। लोगों ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और राज्य सरकार से जल्द समाधान की मांग की।