एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में एक बार फिर तकनीकी खराबी की सूचना है। सोमवार सुबह हांगकांग से दिल्ली आ रही फ्लाइट (AI315) को उड़ान के कुछ ही देर बाद वापस हांगकांग एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा।
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान में तकनीकी खराबी की आशंका जताई गई, जिसके बाद पायलट ने बेहद सतर्कता और समझदारी का परिचय देते हुए फ्लाइट को रिवर्ट किया और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी। एयर इंडिया की ओर से फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि किस तरह की गड़बड़ी थी, लेकिन सभी यात्री, क्रू मेंबर्स और पायलट पूरी तरह सुरक्षित हैं।
AI315: टेकऑफ के तुरंत बाद पायलट ने बदली दिशा
यह घटना सोमवार, 16 जून की सुबह की बताई जा रही है। फ्लाइट जैसे ही हांगकांग से रवाना हुई, पायलट को तकनीकी संकेतों में कुछ गड़बड़ी महसूस हुई। इसके तुरंत बाद विमान को वापस मोड़ा गया और सफलतापूर्वक हांगकांग में लैंडिंग कराई गई।
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि, “यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। तकनीकी संकेतों की पुष्टि के बाद ही अगली उड़ान की अनुमति दी जाएगी।”
12 जून को हुआ था बड़ा हादसा, अब बढ़ी सख्ती
गौरतलब है कि इससे पहले 12 जून को एयर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जाने वाली फ्लाइट टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गई थी। उस भयावह हादसे में 242 में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया था।
इस दर्दनाक दुर्घटना के बाद एयर इंडिया ने अपने पूरे Boeing 787 फ्लीट की तकनीकी समीक्षा शुरू की थी। अब जब कुछ ही दिनों बाद एक और Dreamliner में तकनीकी संदेह की खबर आई है, तो सवाल उठना लाजिमी है।
ब्लैक बॉक्स मिला, अहमदाबाद हादसे की जांच तेज
अहमदाबाद हादसे की जांच में भी तेजी लाई जा रही है। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर के बाद अब कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) भी मलबे से सुरक्षित बरामद कर लिया गया है। DGCA और अन्य अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियां इस बात की पुष्टि करने में लगी हैं कि तकनीकी खराबी कैसे और क्यों हुई।
Dreamliner की विश्वसनीयता पर सवाल
लगातार हो रही घटनाओं ने Boeing 787-8 Dreamliner की विश्वसनीयता को लेकर चिंता बढ़ा दी है। एयर इंडिया की ओर से सुरक्षा के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन यात्रियों में असमंजस बना हुआ है। अब देखना होगा कि DGCA और एयर इंडिया इस गंभीर चुनौती से कैसे निपटते हैं।