नेपाल के चन्द्रनिगाहपुर की रहने वाली Kaushalya Sah सीतामढ़ी में एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थीं। हाथ और पांव दोनों में दर्द होने पर वह इलाज के लिए Sitamarhi Sadar Hospital पहुंचीं।
दलाल ने इलाज के नाम पर पहुंचाया गुमटी वाले फर्जी डॉक्टर के पास
सीतामढ़ी अस्पताल में पर्ची कटवाने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति कौशल्या को बगल की एक गुमटी वाले डॉक्टर के पास ले गया। महिला का आरोप है कि बिना किसी जांच के उस कथित डॉक्टर ने न सिर्फ हाथ में बल्कि पांव में भी प्लास्टर चढ़ा दिया। यह घटना शनिवार की है।
दर्द कम नहीं हुआ, तो पहुंचे Muzaffarpur Sadar Hospital
दो दिन बीतने के बाद भी जब महिला को कोई राहत नहीं मिली, तो परिजन उन्हें Muzaffarpur Sadar Hospital ले गए। यहां डॉ. ज्ञानेन्दु शेखर और डॉ. पी.एन. वर्मा ने एक्स-रे कर जांच की।
एक्स-रे में खुली पोल: केवल हाथ में फ्रैक्चर, पांव में चोट तक नहीं
जांच में सामने आया कि महिला का सिर्फ हाथ टूटा था, पांव में कोई फ्रैक्चर नहीं था। इसके बाद डॉक्टरों ने तुरंत पांव का प्लास्टर हटाया। हड्डी रोग विशेषज्ञ Dr. Gyanendu Shekhar ने बताया कि अब मरीज की हालत सामान्य है, उचित इलाज किया जा रहा है।
अस्पतालों की लापरवाही पर फिर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर बिहार के ग्रामीण स्वास्थ्य तंत्र की पोल खोलती है। सवाल ये उठता है कि आखिर कब तक लोग दलालों और फर्जी डॉक्टरों के चंगुल में फंसते रहेंगे?