बिहार के बेतिया जिले के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार की फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाए जाने से हड़कंप मच गया है। इस मामले ने साइबर ठगी की नई चिंता खड़ी कर दी है। प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी करते हुए आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
लोगों को भेजे जा रहे थे फ्रेंड रिक्वेस्ट
फर्जी फेसबुक अकाउंट से धर्मेंद्र कुमार की असली फोटो और नाम का इस्तेमाल कर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही थी। कई लोगों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की, जिसके बाद प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम पुलिस को जांच सौंप दी।
ठगी या डेटा चोरी की थी साजिश
प्रशासन को शक है कि इस फर्जी अकाउंट का मकसद पैसे मांगना या फिर लोगों की निजी जानकारी हासिल करना था। इस पर डीएम धर्मेंद्र कुमार ने कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, “आईटी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
साइबर सेल को सौंपी गई जांच
जिले की साइबर क्राइम टीम को यह पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई है कि यह फर्जी अकाउंट कहां से और किसने बनाया। साथ ही आम लोगों से अपील की गई है कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें।
पूरे देश में बढ़ रहा है ऐसा साइबर क्राइम
जन संपर्क कार्यालय के मुताबिक, यह कोई अकेला मामला नहीं है। पूरे देश में इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जहां साइबर अपराधी अधिकारियों, नेताओं और पुलिस अधिकारियों की फर्जी प्रोफाइल बनाकर आम जनता को गुमराह कर रहे हैं।
सोशल मीडिया से नहीं होते सरकारी अपडेट
प्रशासन ने फिर से साफ किया कि डीएम या अन्य अधिकारी किसी भी तरह का आधिकारिक संवाद फेसबुक, इंस्टाग्राम या व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म से नहीं करते। सभी अपडेट केवल सरकारी वेबसाइट या अधिकृत माध्यमों से ही जारी किए जाते