बिहार ने साल 2025 में कृषि क्षेत्र में एक और उपलब्धि अपने नाम की है। इस साल राज्य से 250 टन मिथिला लिची का रिकॉर्डतोड़ निर्यात किया गया है, जो पिछले साल के मुकाबले 108% अधिक है। दरभंगा एयरपोर्ट से देश के प्रमुख शहरों — Mumbai, Delhi, Hyderabad और Bengaluru तक यह स्वादिष्ट फल भेजा गया।
यह उपलब्धि न केवल किसानों के लिए उत्साहजनक है बल्कि बिहार के फल निर्यात क्षेत्र में भी एक नई उम्मीद जगाती है। 2024 में जहां मात्र 120 टन लिची का निर्यात हुआ था, वहीं 2025 में यह आंकड़ा दोगुने से भी अधिक पहुंचा है।
दरभंगा एयरपोर्ट बना लिची एक्सपोर्ट का नया केंद्र
Airports Authority of India (AAI) की पहल और बेहतर कोऑर्डिनेशन के चलते Darbhanga Airport अब फल निर्यात के प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है। एयर कार्गो सेवा, आधुनिक सुविधाएं और त्वरित प्रक्रिया की मदद से लिचियों को ताजगी के साथ समय पर गंतव्य तक पहुंचाया गया।
SpiceJet ने 21 मई को पहली लिची की खेप उड़ाई, जिसे Bureau of Civil Aviation Security (BCAS) से एक दिन पहले ही हरी झंडी मिली थी। इसके बाद Indigo ने 23 मई से और Akasa Air ने 1 जून से लिचियों की ढुलाई शुरू की। कुल 250 टन लिची में से:
- Indigo ने 159.2 टन,
- SpiceJet ने 47 टन,
- Akasa ने 44.5 टन का ट्रांसपोर्ट किया।
मौसम की चुनौती के बावजूद सुचारू संचालन
बिहार में जून की शुरुआत के साथ अनिश्चित मौसम का खतरा हमेशा बना रहता है, लेकिन RHQ ER, AAI, AAICLAS और एयरलाइंस की समन्वय टीमों ने इस पूरे अभियान को सफलतापूर्वक संपन्न किया। किसानों से एयरपोर्ट तक और वहां से ग्राहकों तक, पूरी प्रक्रिया को बेहतरीन तरीके से संचालित किया गया।
कृषि और व्यापार के लिए नई राह
यह रिकॉर्ड बिहार के किसानों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद साबित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इसी तरह निर्यात को बढ़ावा मिलता रहा, तो आने वाले वर्षों में बिहार की लिची अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी अलग पहचान बना सकती है।