सासाराम: बिहार पुलिस महकमे की साख एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सासाराम जीआरपी (GRP Sasaram) में तैनात सहायक अवर निरीक्षक (ASI) विजय कुमार सिंह को बुधवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (Vigilance Investigation Bureau) की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
शिकायतकर्ता भी हैं ASI, दी थी पहले भी रिश्वत
यह पूरा मामला और भी चौंकाने वाला तब बन गया जब पता चला कि शिकायत करने वाली खुद एक ASI हैं। पटना मद्य निषेध कार्यालय (Excise Department, Patna) में तैनात ASI बसंती कुमारी ने निगरानी विभाग में 13 मई को शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनके पति रंजीत कुमार उर्फ करण यादव पर रेलवे थाना, सासाराम में कांड संख्या 10/25 के तहत मामला दर्ज हुआ था, जिसमें जमानत दिलाने के एवज में ASI विजय कुमार सिंह ने पहले ₹10,000 की रिश्वत ली और फिर ₹5,000 और मांगे।
निगरानी ब्यूरो की सटीक कार्रवाई
शिकायत के सत्यापन के बाद निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने पुष्टि की कि आरोप सही हैं। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक किरण पासवान के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। बुधवार, 11 जून को जैसे ही आरोपी ASI विजय कुमार सिंह ने ₹5,000 की रिश्वत ली, उन्हें उनके सरकारी आवास (Sasaram Quarters) से रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी ASI का नाम पहले भी रहा है चर्चा में
गिरफ्तार ASI विजय कुमार सिंह, बिहार के छपरा जिले के निवासी हैं। सूत्रों के अनुसार, उन पर पहले भी विभागीय लापरवाही और संदिग्ध आचरण को लेकर सवाल उठ चुके हैं, लेकिन यह पहली बार है जब उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।