बिहार के मुख्यमंत्री Nitish Kumar ने शनिवार को Bapu Sabhagar में आयोजित एक भव्य समारोह में नव नियुक्त पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए मंच से ही अधिकारियों को निर्देश दे डाला—”खड़ा होइए… जल्दी से बहाली करिए!” उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिहार पुलिस को और मज़बूत बनाने के लिए जल्द ही 55 हजार पदों पर भर्ती की जानी है और इसमें किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रधान सचिव और DGP सहित मंच पर मौजूद सभी आला अधिकारियों की ओर इशारा करते हुए CM नीतीश ने कहा, “बताइए… खाली पड़े पदों पर जल्दी बहाली करेंगे न?” यह सवाल नहीं, बल्कि एक सीधा आदेश था।
‘पहले क्या हालत थी?’ – नीतीश कुमार का सवाल इतिहास की ओर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 24 नवंबर 2005 को उन्होंने सरकार संभाली, उस वक्त बिहार में महज 42,481 पुलिसकर्मी थे। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी जनसंख्या वाले राज्य में पुलिस बल इतना कम क्यों था? उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में पहले 1.10 लाख, फिर लक्ष्य बढ़ाकर 2.29 लाख पुलिस बल का रोडमैप तैयार किया गया।
महिला पुलिस में 35% आरक्षण की हुई याद दिलाई
Nitish Kumar ने बताया कि 2013 में राज्य सरकार ने निर्णय लिया कि महिला पुलिसकर्मियों को 35% आरक्षण दिया जाएगा। इसका असर यह हुआ कि आज बिहार उन गिने-चुने राज्यों में है जहां महिला पुलिस की संख्या सर्वाधिक है।
’21 हजार की बहाली हो चुकी है, बाकी इस महीने पूरी करिए’
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि 21,000 पुलिस पदों पर बहाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और बाकी 34,000 पदों की भर्ती भी इस माह में पूरी कर दी जाए, ताकि बिहार में कानून व्यवस्था और बेहतर हो सके।
सीधे मंच से चेतावनी और प्रोत्साहन
कार्यक्रम का यह दृश्य असामान्य था जब मुख्यमंत्री ने मंच से ही अधिकारियों को खड़ा कर उनसे जवाब मांगा। इस स्पष्ट और दृढ़ स्टैंड से यह संदेश गया कि सरकार पुलिस बल को लेकर गंभीर है और इस बार बहाली प्रक्रिया में देरी नहीं चलेगी।