बिहार में उच्च शिक्षा को मजबूती देने की दिशा में बड़ी पहल शुरू हो चुकी है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अगस्त 2025 तक 4,000 से अधिक Assistant Professors की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग ने सभी पारंपरिक और समसामयिक विषयों में रिक्तियों की जानकारी मांग ली है।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की अध्यक्षता में हुई बैठक, जताई गई शिक्षकों की कमी पर चिंता
हाल ही में राजभवन में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान ने कुलपतियों से उच्च शिक्षा की चुनौतियों पर बात की। बैठक में सामने आया कि कई विश्वविद्यालयों में नए विषयों जैसे पर्यावरण विज्ञान, जैव रसायन, और संगीत आदि की पढ़ाई विशेष प्रबंधों से हो रही है।
BSUSC करेगा पारदर्शी और समयबद्ध नियुक्ति
Bihar State University Service Commission (BSUSC) को जल्द ही सभी रिक्तियां भेजी जाएंगी। BSUSC पहले ही 4,108 रिक्तियों की अधिसूचना 2024 में जारी कर चुका है, जिनमें 755 पिछली बची हुई वैकेंसी भी शामिल थीं। कुछ विषयों जैसे वाणिज्य, संगीत, शिक्षा, और पर्यावरण विज्ञान के इंटरव्यू अभी बाकी हैं। यदि प्रक्रिया कानूनी रुकावटों से बची रही, तो अगस्त 2025 तक सभी पदों पर नियुक्ति पूरी हो सकती है।
नई शिक्षा नीति लाएगी बिहार की उच्च शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत बिहार के विश्वविद्यालयों में ऐसे विषय शामिल किए जा रहे हैं, जो छात्रों को आधुनिक और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य बना सकें। असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति से शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।
शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे जल्द से जल्द रिक्तियों की रिपोर्ट भेजें ताकि समय पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो सके।