भारत में करोड़पतियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन इसके साथ ही अमीरों का विदेश पलायन भी चिंता का कारण बन रहा है। Henley Private Wealth Migration Report 2025 के अनुसार, इस साल करीब 3,500 करोड़पति भारत छोड़कर अन्य देशों में बसने वाले हैं। यह आंकड़ा साल 2023 के मुकाबले थोड़ा कम जरूर है, लेकिन यह बताता है कि उच्च-श्रेणी के अमीर भारतीय अब भी विदेश को अपने भविष्य के लिए बेहतर मान रहे हैं।
2023 में जहां 4,300 करोड़पतियों ने भारत छोड़ा था, वहीं 2025 में यह संख्या कुछ कम होकर 3,500 रह सकती है। हालांकि, इन जाने वाले लोगों की कुल संपत्ति लगभग 26.2 बिलियन डॉलर (करीब 2.2 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई है। इसका सीधा अर्थ है कि देश को छोड़ने वाले ये लोग न सिर्फ अमीर हैं, बल्कि सुपर-रिच कैटेगरी में आते हैं।
भारत में अमीरी का ग्राफ ऊपर, लेकिन फिर भी क्यों हो रहा माइग्रेशन?
2014 से 2024 के बीच भारत में करोड़पतियों की संख्या में 72% की बढ़ोतरी देखी गई है। इसके बावजूद, हर साल हजारों करोड़पति लोग विदेश में बसने का रास्ता अपना रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण बताया जा रहा है टैक्स स्ट्रक्चर, जीवनशैली की क्वालिटी, पॉलिटिकल स्टेबिलिटी और इंटरनेशनल बिजनेस के अवसर।
Henley रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग विदेश जा रहे हैं, उनकी न्यूनतम संपत्ति 1 मिलियन डॉलर (करीब 8.3 करोड़ रुपये) या उससे ज्यादा है।
किन देशों से हो रहा सबसे ज्यादा करोड़पतियों का पलायन?
रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अन्य देशों से भी करोड़पतियों का पलायन हो रहा है:
- United Kingdom (UK) से 16,500 करोड़पति देश छोड़ सकते हैं
- China से 7,800
- France से 800
- Spain से 500
- Germany से 400 करोड़पति विदेश बसने की तैयारी में हैं
कहां बस रहे हैं ये अमीर लोग?
जो देश सबसे ज्यादा करोड़पतियों को आकर्षित कर रहे हैं, वे हैं:
- United Arab Emirates (UAE) – खासकर Dubai, जहां 2025 में 9,800 करोड़पति बस सकते हैं
- United States of America (USA) – अनुमानित 7,500 करोड़पति यहां बस सकते हैं
- Saudi Arabia – तेजी से अमीरों की पसंद बन रहा है, अनुमान है कि यहां 2,400 करोड़पति शिफ्ट हो सकते हैं
- इसके अलावा, Malta, Monaco जैसे टैक्स-फ्रेंडली देश भी करोड़पतियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं