बेटे के बाद पिता की भी हत्या: कारोबारी गोपाल खेमका को गोलियों से भूना, पटना में दहशत का माहौल

2018 में बेटे गुंजन खेमका की हुई थी हत्या, अब घर के पास गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या, कारोबारी वर्ग में आक्रोश

Gopal Khemka Murder Patna Shooting Gunjan Khemka Case
Gopal Khemka Murder Patna Shooting Gunjan Khemka Case (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • बेटे गुंजन खेमका की 2018 में हत्या, अब पिता गोपाल खेमका को भी मारी गई गोली
  • Magadh Hospital के मालिक थे गोपाल खेमका, पटना के हाई-प्रोफाइल इलाका बना क्राइम सीन
  • पुलिस जांच में जुटी, एसआईटी गठित, लेकिन लोगों में कानून-व्यवस्था को लेकर नाराजगी

पटना: बिहार के चर्चित व्यवसायी और Magadh Hospital के मालिक गोपाल खेमका की शुक्रवार देर रात उनके आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात तब हुई जब वे अपनी कार से उतर रहे थे। घात लगाए बदमाशों ने उन्हें नजदीक से गोलियों से छलनी कर दिया। यह वही परिवार है जिसके बेटे Gunjan Khemka की भी वर्ष 2018 में हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दोहरी हत्या से पटना के कारोबारी समुदाय में भारी रोष है।

बेटे की हत्या के बाद अब पिता की हत्या, जांच में जुटी एसआईटी

Gunjan Khemka, जो कि BJP नेता भी थे, की 2018 में वैशाली के Hajipur औद्योगिक क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त वे अपनी Carton Factory जा रहे थे। इस वारदात के बाद उनके पिता गोपाल खेमका बुरी तरह टूट गए थे और सामाजिक गतिविधियों से खुद को अलग कर लिया था। अब उनकी भी ठीक उसी तरह हत्या कर दी गई, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह कोई रिवेंज किलिंग है या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा?

गाड़ी से उतरते ही मारी गईं गोलियां, पुलिस घंटों लेट पहुंची

हत्या Hotel Panache के नजदीक हुई, जो पटना का एक व्यस्त इलाका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गोलीबारी की आवाज से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। परिजन खुद ही उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा ने बताया कि एसआईटी का गठन कर दिया गया है और FSL की टीम मौके से साक्ष्य इकट्ठा कर रही है। हालांकि, परिजनों का आरोप है कि थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर वारदात होने के बावजूद पुलिस देर से पहुंची।

गुंजन खेमका हत्याकांड का भी खुला जिक्र, क्या जुड़ी है दोनों घटनाएं?

2016 में Gunjan Khemka पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका था, जिसमें वे बाल-बाल बचे थे। 2018 में जब उनकी हत्या हुई, तो ड्राइवर मनोज ने बताया था कि कार फैक्ट्री गेट तक पहुंच चुकी थी, तभी बदमाशों ने खिड़की से ही फायरिंग शुरू कर दी। सिर और सीने में कई गोलियां मारकर आरोपी फरार हो गए थे। अब गोपाल खेमका की हत्या के बाद एक बार फिर पुरानी फाइलें खंगाली जा रही हैं।

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