‘जिहादी’ या प्रेमी? अभिनव पराशर की फिल्म में छुपा है एक गहरा रहस्य!

नफरत नहीं, मोहब्बत का पैगाम लाता है ‘Jihadi: Ek Prem Katha’, जो बदलेगा सोचने का नजरिया

Jihadi Ek Prem Katha Hindi Film News
Jihadi Ek Prem Katha Hindi Film News (Source: BBN24/Google/Social Media)

एक बार फिर एक ऐसी कहानी दस्तक दे रही है, जो सिर्फ पर्दे पर नहीं, दिलों में भी बदलाव की लौ जलाएगी। फिल्म Jihadi: Ek Prem Katha एक मुस्लिम युवक की अनोखी यात्रा को दिखाती है, जो समाज में नफरत के खिलाफ प्रेम का परचम लहराता है। यह फिल्म अभिनव पराशर की चर्चित किताब पर आधारित है, जिसे अमेजन पर पाठकों का भरपूर प्यार मिल चुका है।

नफरत के खिलाफ मोहब्बत का अलख

फिल्म की स्क्रिप्ट और संवाद एस.के. चौहान ने लिखे हैं और निर्देशन की बागडोर संभाली है टीवी जगत के प्रसिद्ध नाम संजीव कुमार ने। निर्माता भार्गवी और सह-निर्देशक विकास कुमार ने फिल्म को न सिर्फ भावनात्मक आधार दिया है, बल्कि इसकी गहराई को भी जीवंत किया है। Jihadi: Ek Prem Katha को पराशर एंटरटेनमेंट और जय माता दी पिक्चर्स के बैनर तले तैयार किया गया है।

मनु कृष्णा और अपर्णा मलिक की जोड़ी में दिखेगा जादू

फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं मनु कृष्णा, जो ‘जिहादी’ का किरदार निभा रहे हैं – एक ऐसा युवक जो कट्टरपंथ के बीच इंसानियत का झंडा उठाता है। उनके साथ अपर्णा मलिक हैं, जो इस कहानी की भावनात्मक धुरी बनी हैं। इनकी प्रेम कहानी के जरिए फिल्म समाज को सोचने पर मजबूर कर देती है – क्या धर्म इंसानियत से ऊपर है?

‘जिहादी’ नाम पर गहरी सोच

निर्देशक संजीव कुमार का कहना है कि “‘जिहादी’ शब्द को लेकर समाज में जो पूर्वाग्रह हैं, उन्हें यह फिल्म तोड़ने की कोशिश करती है। यह फिल्म दिखाती है कि कोई भी धर्म नफरत नहीं सिखाता – सिखाता है तो प्रेम, करुणा और एकता।”

मजबूत खलनायक, भावुक संगीत

फिल्म के खलनायक के रूप में गिरीश शर्मा दिखाई देंगे, जिनकी भूमिका दर्शकों को अंदर तक झकझोर देगी। फिल्म का संगीत शिशिर पांडेय ने दिया है, जिसमें भावनाओं को छू लेने वाली धुनें शामिल हैं। गाने लिखे हैं बिनय बिहारी, नवाब आरजू, पप्पू जी, भार्गवी और सुमीत चंद्रवंशी ने। आवाज़ें दी हैं जतिंदर सिंह, प्रियंका सिंह, खुशबू जैन, पामिला जैन, इंदु सोनाली और सुगम कुमार ने।

जल्द ही बड़े पर्दे पर

Jihadi: Ek Prem Katha जल्द ही देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ होने वाली है। यह फिल्म न सिर्फ एक प्रेम कथा है, बल्कि आज के सामाजिक माहौल में एक ज़रूरी संदेश है – प्रेम की ताकत नफरत से कहीं ज़्यादा है।

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