भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में 26 जून 2025 की तारीख स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है। Shubhanshu Shukla ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) में कदम रखकर इतिहास रच दिया। वे पहले भारतीय बन गए हैं जो किसी मिशन के तहत स्पेस स्टेशन तक पहुंचे हैं। जैसे ही उन्होंने AXIOM-4 मिशन के स्पेसक्राफ्ट Dragon से कदम रखा, भारत का तिरंगा भी पहली बार अंतरिक्ष में लहराया।
शुभांशु के कंधे पर लगा तिरंगा सिर्फ एक प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की वैज्ञानिक प्रगति और अंतरिक्ष में बढ़ते कदमों का संकेत है। उनके स्वागत के लिए स्पेस स्टेशन में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने गर्मजोशी से गले लगाया। एक-एक करके सभी ने शुभांशु से हाथ मिलाया। वहां पहले से मौजूद क्रू सफेद लिबास में था, जबकि AXIOM-4 मिशन से पहुंचे यात्री काले यूनिफॉर्म में नजर आए।
कुछ देर बाद मिशन की कमांडर Peggy ने उन्हें ‘एस्ट्रोनॉट नंबर 6364’ का बैज सौंपा। इससे साफ हो गया कि शुभांशु अब उस चुनिंदा वैश्विक एस्ट्रोनॉट्स की सूची में शामिल हो चुके हैं, जो इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक पहुंचे हैं।
इस गर्व के क्षण पर Shubhanshu Shukla ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “यह बेहद सुखद अनुभव है। यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत आने वाले वर्षों में विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा।” हिंदी में बात करते हुए उन्होंने कहा, “थोड़ा सिर भारी लग रहा है, पैरों में हल्की तकलीफ है लेकिन ये सभी छोटी बातें हैं। आने वाले 14 दिन बेहद उत्साहित करने वाले हैं।”
भारत के लिए यह उपलब्धि सिर्फ एक मिशन की सफलता नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय गौरव है। AXIOM-4 Mission न सिर्फ Shubhanshu Shukla के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक अध्याय बन गया है।