चंदौली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शराब माफियाओं की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में अलीनगर थाना, एसओजी टीम और बिहार एंटी लिकर यूनिट की संयुक्त कार्रवाई में करीब 1 करोड़ 12 लाख रुपये की अवैध विदेशी शराब बरामद की गई है।
पुलिस के मुताबिक, शराब पंजाब से बिहार भेजी जा रही थी और इसे व्हाइट सीमेंट की बोरियों के पीछे ट्रक में छुपाकर ले जाया जा रहा था ताकि पुलिस की नजर न पड़े। लेकिन सतर्क चेकिंग में जब ट्रक की गहन तलाशी ली गई, तो 720 पेटी विदेशी शराब मिलीं, जिसे तुरंत जब्त कर लिया गया।
पुलिस की कार्रवाई में ड्राइवर गिरफ्तार, गैंगस्टर एक्ट की तैयारी
घटनास्थल पर पंजाब निवासी ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अब इस पूरे तस्करी नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्रशेखर ने पुष्टि की कि शराब बिहार चुनाव के दौरान खपाने के लिए भेजी जा रही थी।
बिहार में शराबबंदी कानून के बावजूद इस तरह के रैकेट लगातार सक्रिय हैं और चुनावी मौसम में इनकी गतिविधियां और तेज हो जाती हैं। इस पूरे मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और ट्रक को भी सीज कर दिया गया है। पुलिस जल्द ही अन्य सहयोगियों और वाहन स्वामी पर भी शिकंजा कसने जा रही है।
बिहार चुनाव से पहले शराब माफिया एक्टिव, क्या वोटर को लुभाने की थी तैयारी?
यह मामला केवल तस्करी का नहीं, बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शराब के माध्यम से वोटरों को प्रभावित करने की एक साजिश भी मानी जा रही है। ऐसे में पुलिस की इस कार्रवाई को बहुत बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है।
विधानसभा चुनावों से पहले ऐसी घटनाएं चुनाव की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर भी सवाल उठाती हैं। प्रशासन अब इस मामले में गैंगस्टर एक्ट सहित कई कड़ी धाराओं में केस दर्ज करने की तैयारी कर रहा है ताकि इस तरह के अपराधों पर सख्त लगाम लगाई जा सके।