लालू यादव 13वीं बार बने RJD अध्यक्ष, तेजस्वी को मिली चुनावी कमान – क्या बदलेगी बिहार की सियासत?

राजद स्थापना दिवस पर हुई राष्ट्रीय परिषद बैठक में लालू यादव को फिर से अध्यक्ष चुना गया, विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी को दी गई बड़ी जिम्मेदारी

Lalu Yadav Rjd President 13th Time Tejashwi Election Role
Lalu Yadav Rjd President 13th Time Tejashwi Election Role (Source: BBN24/Google/Social Media)

Lalu Yadav को एक बार फिर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। शनिवार, 5 जुलाई को पटना स्थित बापू सभागार में आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें 13वीं बार पार्टी अध्यक्ष बनाया गया। इस मौके पर पार्टी नेताओं ने उन्हें पुष्पगुच्छ और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

बैठक की अध्यक्षता पार्टी के निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे ने की। आज का दिन RJD के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि इसी दिन पार्टी का 29वां स्थापना दिवस भी मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश और उम्मीद का माहौल नजर आया।

विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी RJD, तेजस्वी को मिली अहम जिम्मेदारी

इस अहम बैठक में आगामी Bihar Assembly Election को लेकर रणनीति पर भी चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार, नेता प्रतिपक्ष Tejashwi Yadav को बड़ी चुनावी जिम्मेदारी सौंपी गई है। लालू यादव अब उन्हें आगे की रणनीति तैयार करने और गठबंधन की बातचीत जैसे अहम मोर्चों पर नेतृत्व सौंप सकते हैं।

राजद सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी को जल्द ही पूरे प्रदेश में जनसभाएं करने का निर्देश मिल सकता है, जिससे पार्टी का चुनावी अभियान तेज़ हो सके।

28 वर्षों से लालू के हाथों में पार्टी की कमान

1997 में जनता दल से अलग होकर Lalu Prasad Yadav ने Rashtriya Janata Dal की नींव रखी थी। तब से लेकर अब तक वे पार्टी के अध्यक्ष बने हुए हैं। इन 28 वर्षों में उन्होंने पार्टी को कई राजनीतिक संघर्षों और चुनौतियों से निकाला और राष्ट्रीय स्तर पर मज़बूती से खड़ा किया।

उनकी अगुवाई में पार्टी ने कई बार सत्ता का स्वाद चखा और विपक्ष में रहकर भी प्रभावी भूमिका निभाई। अब एक बार फिर वे अध्यक्ष पद पर लौटे हैं और साथ ही तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाने की दिशा में बड़ा फैसला लिया है।

क्या बदलेगी बिहार की सियासत?

तेजस्वी यादव को मिली यह नई भूमिका 2025 के चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकती है। राजद अब तेजस्वी के नेतृत्व में युवा मतदाताओं को साधने की तैयारी में है। क्या यह बदलाव NDA को चुनौती देगा? यह आने वाले महीनों में साफ हो जाएगा।

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