पटना/बेतिया: बिहार पुलिस में तैनात एक सब-इंस्पेक्टर (SI) की लालच भरी करतूत सामने आई है, जिसने बहाली का सपना दिखाकर एक गरीब किसान से पूरे 13 लाख 490 रुपये ठग लिए। पीड़ित ने जमीन बेचकर ये रकम जुटाई थी, लेकिन जब चयन नहीं हुआ और पैसा वापस मांगा गया, तो एसआई ने फोन उठाना ही बंद कर दिया।
शुक्रवार को पटना पुलिस लाइन में तैनात एसआई देव मोहन सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह झारखंड के गोड्डा जिले के दरियापुर का रहने वाला है। गिरफ्तारी के बाद पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है।
ठगी का पूरा मामला
पीड़ित रघुनाथ पंडित, जो पश्चिम चंपारण के साठी प्रखंड निवासी हैं, ने अपने बेटे दीपेन्द्र कुमार को दारोगा बनाने का सपना देखा था। दीपेन्द्र ने पीटी और मेंस परीक्षा पास कर ली थी। इसी दौरान देव मोहन सिंह ने पीटी फाइनल पास कराने और बहाली सुनिश्चित कराने के नाम पर लाखों की डील कर ली।
इतना ही नहीं, देव मोहन ने रजौली के एक अन्य युवक राहुल यादव को भी इस स्कीम में जोड़ा और उससे भी रकम दिलवाई। पैसे नकद के साथ-साथ ऑनलाइन भी ट्रांसफर किए गए।
पैसे मांगने पर बंद किया फोन
जब रिजल्ट आया और दीपेन्द्र का चयन नहीं हुआ, तो रघुनाथ ने जब पैसे मांगे तो देव मोहन टालमटोल करने लगे। उन्होंने कहा, “मैंने जमीन बेचकर रुपये दिए थे, वापस कर दो”, लेकिन देव ने फोन उठाना ही बंद कर दिया और बेतिया से पटना ट्रांसफर हो गया।
डीआईजी से की गई शिकायत
थक हारकर रघुनाथ पंडित ने डीआईजी से मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी दी। डीआईजी के आदेश पर 17 जून को साठी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। जांच के दौरान सारे आरोप सही पाए गए। इसके बाद पटना से देव मोहन सिंह की गिरफ्तारी हुई।
पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
एक वर्दीधारी अधिकारी द्वारा ऐसी ठगी का मामला सामने आने से पुलिस महकमे में भी भारी असंतोष और चर्चा का माहौल है। आला अधिकारी अब इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं, ताकि ऐसे फर्जीवाड़े दोबारा न हो सकें।