पटना जिले के फुलवारीशरीफ स्थित आदर्श उच्च विद्यालय पलंगा में 12वीं की त्रैमासिक परीक्षा के दौरान बड़ा हंगामा हुआ।
छात्रों को केवल इसलिए परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया क्योंकि वे स्कूल यूनिफॉर्म में नहीं आए थे। इस फैसले से गुस्साए छात्रों ने विद्यालय परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
स्कूल ड्रेस न पहनने पर परीक्षा से रोका गया
जानकारी के अनुसार, छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें परीक्षा देने से रोका गया जबकि उन्हें इस नियम की पूर्व जानकारी नहीं दी गई थी।
कई छात्र साधारण कपड़ों में परीक्षा देने पहुंचे थे लेकिन विद्यालय प्रशासन ने बिना यूनिफॉर्म के छात्रों को प्रवेश से मना कर दिया।
छात्र बोले – बैठने तक की व्यवस्था नहीं, ड्रेस की ज़िद क्यों?
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि विद्यालय में न तो बैठने की उचित व्यवस्था है और न ही अन्य सुविधाएं, फिर ड्रेस को लेकर इतनी सख्ती क्यों?
छात्रों और स्कूल स्टाफ के बीच इसको लेकर कहासुनी बढ़ गई और मामला तनावपूर्ण हो गया।
प्रशासन को बुलाना पड़ा, पुलिस ने संभाला मोर्चा
स्थिति बिगड़ती देख विद्यालय प्रबंधन ने पुलिस को सूचित किया।
मौके पर फुलवारीशरीफ पुलिस पहुंची और छात्रों को शांत कराया।
फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन यह मामला शिक्षा व्यवस्था और स्कूल प्रबंधन की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहा है।
क्या कहते हैं शिक्षा विशेषज्ञ?
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अनुशासन ज़रूरी है लेकिन परीक्षा जैसे संवेदनशील मौके पर ड्रेस को प्राथमिकता देना छात्रों के हित में नहीं है।
परीक्षा देना छात्रों का अधिकार है और किसी भी गैर-शैक्षणिक कारण से उन्हें इससे वंचित नहीं किया जाना चाहिए।