राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की तेजतर्रार प्रवक्ता Sarika Paswan और Bhumihar Brahmin Ekta Manch Foundation के अध्यक्ष Ashutosh Kumar के बीच जुबानी जंग अब कानूनी लड़ाई में बदल चुकी है। SC-ST Act के तहत Sarika ने पटना के अनुसूचित जाति-जनजाति थाना में लिखित शिकायत दी है। उनका आरोप है कि Ashutosh ने Facebook और सोशल मीडिया के माध्यम से उनके लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया और सार्वजनिक तौर पर धमकी दी।
ब्रह्मेश्वर मुखिया विवाद से शुरू हुआ विवाद अब सामाजिक मुद्दा बन गया
Sarika Paswan और Ashutosh Kumar के बीच यह विवाद तब शुरू हुआ जब Sarika ने एक बयान में कहा कि Lalu Yadav को चारा चोर कहने वालों को Nitish Mishra पर भी यही टिप्पणी करनी चाहिए। इसके जवाब में उन्होंने Brahmeshwar Mukhiya के नरसंहार का मुद्दा उठाया और “ब्रह्मेश्वर मुखिया मुर्दाबाद” का नारा भी लगाया। यहीं से विवाद ने तीखा मोड़ ले लिया।
Facebook पोस्ट में दी गई थी शर्मनाक धमकी
Ashutosh Kumar के फेसबुक अकाउंट से Sarika को लेकर बेहद आपत्तिजनक बातें पोस्ट की गईं। इसमें उन्हें सड़क पर कपड़े उतारकर घुमाने की धमकी तक दी गई। हालांकि बाद में यह पोस्ट हटा दी गई और सफाई दी गई कि यह पोस्ट उनकी जानकारी के बिना उनकी टीम ने की थी। Ashutosh ने इसके लिए माफी भी मांगी, लेकिन विवाद यहीं नहीं थमा।
राजनीतिक साजिश या जातीय ध्रुवीकरण?
Ashutosh Kumar ने जवाबी हमला करते हुए आरोप लगाया कि RJD हर चुनाव से पहले जानबूझकर अगड़े-पिछड़े की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई महापुरुषों के खिलाफ बोलेगा, तो उसका जवाब दिया जाएगा। उन्होंने Sarika के पुराने विवादित बयानों को सामने रखकर यह भी कहा कि वो खुद पहले से आपत्तिजनक बातें करती रही हैं।
Sarika की मांग – गिरफ्तारी और आयोग से कार्रवाई
Sarika Paswan ने साफ शब्दों में कहा है कि वो इस मामले को SC-ST Commission और Women’s Commission तक ले जाएंगी। साथ ही Ashutosh Kumar की तुरंत गिरफ्तारी की भी मांग की है। Dhananjay Paswan alias Mrinal Paswan, जो SC-ST आयोग के अध्यक्ष हैं, उन्हें भी शिकायत की गई है।