हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई cloudburst की घटनाओं ने बिहार में गंगा नदी के किनारे बसे जिलों में खतरे की घंटी बजा दी है। भारी बारिश का पानी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रास्ते होते हुए अब बिहार में प्रवेश कर चुका है, जिससे गंगा का जलस्तर अचानक से बढ़ने लगा है।
केंद्रीय जल आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को Buxar में गंगा के जलस्तर में 1.66 मीटर की वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद से Patna, Munger, Bhagalpur और अन्य जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग ने गंगा किनारे बसे इलाकों में तटबंधों की निगरानी तेज कर दी है।
पटना, मुंगेर और भागलपुर में जलस्तर उफान पर, शुक्रवार तक और बिगड़ सकते हैं हालात
गुरुवार को Digha, Gandhi Ghat और Hathidah में गंगा के जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। शुक्रवार सुबह तक मुंगेर और सुल्तानगंज, और शाम होते-होते भागलपुर और कहलगांव में जलस्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान विभिन्न घाटों पर जो जलस्तर दर्ज हुआ है, वह इस प्रकार है — दीघा घाट 27 सेमी, गांधी घाट 19 सेमी, हाथीदह 16 सेमी, मुंगेर 12 सेमी, भागलपुर 8 सेमी और कहलगांव में 10 सेमी।
आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर, लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता Aditya Prakash ने बताया कि स्थिति को गंभीरता से लिया जा रहा है और सभी तटबंधों की सघन निगरानी की जा रही है। विभाग को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
Beas और Sutlej नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा पर दबाव बढ़ा है। इससे Buxar, Bhojpur, Saran, Patna, Samastipur, Begusarai, Munger और Bhagalpur जैसे जिले खतरे की रेखा के करीब पहुंच गए हैं।
जनता से प्रशासन की अपील — नदी से दूर रहें
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी स्थिति में नदी किनारे न जाएं और सरकारी चेतावनियों का पालन करें।
बिहार में पहले से ही मानसून की बारिश से हालात गंभीर बने हुए हैं। अब गंगा के जलस्तर में वृद्धि से flood का खतरा और भी गहरा गया है।
स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और प्रशासन ने राहत व बचाव कार्यों की तैयारी शुरू कर दी है।