बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों में अनुशासन और उपस्थिति को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। अब स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों की निगरानी गांव के मुखिया, वार्ड सदस्य और आम नागरिक खुद करेंगे।
राज्य के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने सोमवार को इस बाबत सभी जिला और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है। अगर कोई शिक्षक स्कूल में हाजिरी लगाने के बाद गायब रहता है, तो कोई भी ग्रामीण नागरिक 14417 या 18003454417 पर कॉल करके इसकी शिकायत कर सकता है।
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स्कूल शुरू होने से पहले बजेगा ‘शिक्षा का अधिकार’ गीत
सुबह 9:30 बजे से पहले, यानी स्कूल शुरू होने के 15 मिनट पहले, “टन-टन-टन… सुनो घंटी बजी स्कूल की…” गीत दो बार लाउडस्पीकर पर बजेगा। इसका उद्देश्य बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित करना है।
इस गीत को बजाने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक पर होगी। साथ ही स्कूल परिसर में लाउडस्पीकर लगाने की व्यवस्था 48 घंटे के भीतर की जाएगी।
बच्चों की बीच में छुट्टी पर मिलेगी पेरेंट्स को कॉल
यदि कोई बच्चा स्कूल समय से पहले किसी जरूरी कार्य से घर लौटता है, तो उसके अभिभावक को तत्काल फोन कर इसकी सूचना दी जाएगी। इसके साथ ही इस घटना की तिथि और समय स्कूल रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।
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गैरहाजिर टीचरों की होगी सख्त जांच
सरकार ने निर्देश दिए हैं कि शिक्षक बिना स्वीकृत अवकाश के स्कूल नहीं छोड़ सकते। यदि कोई शिक्षक बिना पूर्व सूचना के छुट्टी पर जाता है, तो इसकी रिपोर्ट सीधे जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) को दी जाएगी।
साथ ही अब यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी शिक्षक अपनी उपस्थिति स्कूल परिसर के अंदर से ही दर्ज करें। बाहर से की गई उपस्थिति अमान्य मानी जाएगी।