बिहार में बाल-बाल बचे सैकड़ों यात्री! जानकी एक्सप्रेस पर गिरा हाईवोल्टेज तार, नमो भारत समेत कई ट्रेनें ठप

मधुबनी जिले में खजौली स्टेशन के पास हुआ हादसा, चालक की सूझबूझ से टला बड़ा रेल दुर्घटना, यात्रियों में मचा हड़कंप

Janaki Express High Voltage Wire Falls Rail Accident Averted Bihar
Janaki Express High Voltage Wire Falls Rail Accident Averted Bihar (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • बिहार के मधुबनी में बड़ा रेल हादसा टला, जानकी एक्सप्रेस पर गिरा हाईवोल्टेज तार
  • चालक की सतर्कता से टली दुर्घटना, नमो भारत समेत कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित
  • यात्रियों ने जताई राहत की सांस, रेलवे की तकनीकी टीम ने संभाला मोर्चा

मधुबनी: बिहार के मधुबनी जिले में आज एक बड़ा रेल हादसा टल गया। खजौली रेलवे स्टेशन के पास उस वक्त अफरातफरी मच गई जब Janaki Express (गाड़ी संख्या 15284) के इंजन और बोगी पर अचानक हाईवोल्टेज ओवरहेड तार गिर पड़ा। लेकिन गनीमत रही कि ट्रेन चालक ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी, जिससे कोई जानमाल की हानि नहीं हुई।

जयनगर से मनिहारी जा रही थी ट्रेन, यात्रियों ने राहत की सांस ली

घटना सुबह के वक्त हुई जब Janaki Express जयनगर से रवाना होकर मनिहारी की ओर जा रही थी। जैसे ही ट्रेन खजौली स्टेशन के पास पहुंची, बिजली की सप्लाई करने वाला तार टूटकर इंजन और बोगी पर गिर गया। अगर थोड़ी सी भी देर होती तो यह एक बड़ा हादसा बन सकता था।

रेलवे का रेस्पॉन्स, नमो भारत समेत कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित

रेलवे को सूचना मिलते ही टेक्निकल टीम मौके पर पहुंची और तारों की मरम्मत का कार्य शुरू किया गया। इस हादसे के कारण जयनगर-सकरी रेलखंड पर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बाधित हो गया है। Namo Bharat समेत कई प्रमुख ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

यात्रियों की जुबानी: “कंपकंपा गई थी रूह, लेकिन ड्राइवर भगवान बनकर बचा ले गया”

ट्रेन में सवार एक यात्री ने बताया, “जैसे ही तेज आवाज हुई और ट्रेन एक झटके में रुकी, हम सब घबरा गए। हमें समझ नहीं आया कि क्या हुआ, लेकिन बाद में जब पता चला कि तार गिरा है, तब जान में जान आई। ड्राइवर वाकई में भगवान बनकर सामने आया।”

कई घंटे फंसी रहीं ट्रेनें, दिल्ली-मुंबई रूट पर भी पड़ा असर

हादसे के बाद दिल्ली और मुंबई जाने वाली कई ट्रेनें भी प्रभावित हुईं। यात्रियों को घंटों ट्रेन से उतरकर पटरियों के किनारे खड़ा रहना पड़ा। ऐसे में रेलवे को व्यवस्था सुधारने और जवाबदेही तय करने की जरूरत महसूस हो रही है।

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