पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया अनुमंडल के इनरवा थाना क्षेत्र के इनरवा गांव में शनिवार को जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। वर्षों से चल रहे सीमा विवाद को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए, और देखते ही देखते लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से खूनी संघर्ष शुरू हो गया। इस झड़प में 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
कौन-कौन हुए घायल, अस्पताल में भर्ती
घायलों की पहचान दो पक्षों से इस प्रकार हुई है:
- पहला पक्ष: बाबर अली, खलिकुज्जमा आज़म, इशू मियां
- दूसरा पक्ष: आज़ाद आलम, ननक मियां, ऐनूल हसन, सनोज आलम
सभी घायलों को ग्रामीणों की मदद से मैनाटाड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। ऐसे घायलों को बेहतर इलाज के लिए बेतिया सदर अस्पताल रेफर किया जा सकता है।
जमीन का सालों पुराना विवाद बना बवाल की वजह
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह विवाद जमीन की सीमा और स्वामित्व को लेकर पिछले कई वर्षों से चला आ रहा था। कई बार इसे पंचायत स्तर पर सुलझाने की कोशिश की गई थी, लेकिन समाधान न निकलने के कारण तनाव लगातार बना रहा। शनिवार को यह विवाद हिंसक झड़प में तब्दील हो गया।
पुलिस की सख्ती, गांव में तैनात सुरक्षा बल
घटना की जानकारी मिलते ही इनरवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई भी अप्रिय घटना दोबारा न हो। पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों ने थाने में आवेदन दिया है। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
ग्रामीणों में डर का माहौल, प्रशासन ने दिलाया भरोसा
इनरवा गांव में घटना के बाद से तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। लोग डर और आशंका में जी रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षा और न्याय की मांग की है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने शांति बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।