Ranchi: बिहार की तर्ज पर अब झारखंड (Jharkhand) में भी liquor ban लागू कर दिया गया है। Hemant Soren सरकार ने राज्यभर में अचानक शराबबंदी का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है। हालांकि यह शराबबंदी स्थायी नहीं है, बल्कि राज्य सरकार की नई liquor policy के चलते अस्थायी रूप से 5 दिन के लिए लागू की गई है। इस दौरान 1453 शराब दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी।
उत्पाद विभाग के आयुक्त रामलीला रवानी ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि 30 जून की रात 10 बजे से 5 जुलाई तक राज्य की सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने शराब बिक्री की प्रक्रिया को निजी हाथों में देने का निर्णय लिया है। इसके लिए पुरानी एजेंसियों के अनुबंध समाप्त किए गए हैं और नए संचालनकर्ताओं को हैंडओवर और टेकओवर की प्रक्रिया शुरू की गई है।
सरकार की नई शराब नीति लागू, निजी व्यापारी चलाएंगे दुकानें
राज्य सरकार की नई liquor policy 2025 के तहत अब शराब दुकानों का संचालन निजी व्यापारी करेंगे। इसके तहत सभी 1453 रिटेल शराब दुकानों को नए सिरे से संचालित किया जाएगा। पहले इन दुकानों को placement agencies के माध्यम से चलाया जा रहा था, जिनका अनुबंध 30 जून को समाप्त हो गया है।
इस बीच नई व्यवस्था लागू होने तक पूरे राज्य में शराब बिक्री पर रोक रहेगी। सभी ज़िलों के DC को इस संबंध में JSBCL और उत्पाद आयुक्त की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं।
तकनीकी देरी के चलते हुई अस्थायी शराबबंदी
हालांकि cabinet से नई नीति को मई में ही मंजूरी मिल चुकी थी, लेकिन उत्पाद आयुक्त के ट्रेनिंग पर चले जाने के कारण नीति को ज़मीन पर लागू करने की प्रक्रिया में देरी हुई। इसके बाद विभाग में नए सचिव और आयुक्त की नियुक्ति की गई, जिससे आगे की प्रक्रिया अब शुरू की जा सकी है।
उत्पाद विभाग ने साफ किया है कि यह प्रतिबंध किसी सामाजिक या राजनीतिक दबाव के कारण नहीं, बल्कि नीतिगत प्रक्रिया का हिस्सा है। इसलिए 5 जुलाई के बाद शराब बिक्री दोबारा शुरू कर दी जाएगी, लेकिन नई व्यवस्था के तहत।