झारखंड के Bhognadih (भोगनाडीह) में सोमवार को Hul Diwas (हूल दिवस) के मौके पर Santal (संताल) समुदाय और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई। घटना उस समय हुई जब सिद्धो-कान्हू मुर्मू की विरासत को सम्मान देने के लिए आयोजित कार्यक्रम में गांववालों और प्रशासन के बीच टकराव बढ़ गया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने बीती रात कार्यक्रम स्थल पर लगे पंडाल को जबरन हटा दिया, जिससे आक्रोशित भीड़ ने विरोध शुरू कर दिया। तनाव इस कदर बढ़ा कि कई ग्रामीणों ने तीर-धनुष उठा लिए और जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे।
मंडल मुर्मू की गिरफ्तारी से भड़की भीड़, पूर्व मुख्यमंत्री के आने से पहले बिगड़ा माहौल
कार्यक्रम में भाग लेने के लिए Mandal Murmu (मंडल मुर्मू) सहित कई प्रमुख व्यक्ति पहुंचे थे, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री Champai Soren (चंपाई सोरेन) और पूर्व विधायक Sita Soren (सीता सोरेन) के शामिल होने की भी संभावना थी।
हालांकि कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पुलिस ने मंडल मुर्मू और उनके साथियों को हिरासत में ले लिया। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज होकर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
आंसू गैस और लाठीचार्ज के बाद नियंत्रित हुआ हालात, कई घायल बरहेट पीएचसी में भर्ती
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए और लाठीचार्ज किया गया। इस झड़प में कुछ पुलिसकर्मी और ग्रामीण घायल हो गए।
घायलों को पास के Barhait PHC (बरहेट पीएचसी) में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने गांववालों को हटाकर सिद्धो-कान्हू पार्क में ग्रामीणों द्वारा लगाया गया ताला तोड़ दिया। फिलहाल इलाके में शांति है लेकिन पुलिस की मौजूदगी बनी हुई है।