बिहार के मधुबनी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां झंझारपुर आरएस थाना क्षेत्र स्थित DAV स्कूल के बाहर चार नकाबपोश बदमाशों ने एक नामी डॉक्टर के बेटे Kartik को दिनदहाड़े अगवा करने की कोशिश की। यह बच्चा मशहूर चिकित्सक Dr. Satyadev का पुत्र है। बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में Silver Bolero गाड़ी से वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी, लेकिन उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया स्कूल ड्राइवर ने।
ड्राइवर बना रियल हीरो
सुबह-सुबह जैसे ही Kartik स्कूल गेट पर पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे चारों नकाबपोशों ने उसे गाड़ी से खींचने की कोशिश की। लेकिन डॉक्टर के ड्राइवर ने न सिर्फ हालात को तुरंत समझा, बल्कि बिना डरे बदमाशों से भिड़ गया। चारों के साथ अकेले भिड़ते हुए उसने एक सच्ची बहादुरी और वफादारी की मिसाल पेश की।
आंख पर चोट फिर भी नहीं हारा हौसला
हाथापाई के दौरान अपराधियों ने ड्राइवर की आंख पर वार किया जिससे वह घायल हो गया, लेकिन उसने हार नहीं मानी और लगातार संघर्ष करता रहा। इसी बीच Kartik किसी तरह स्कूल परिसर की ओर भागा और खुद को सुरक्षित किया। ड्राइवर की तत्परता और साहस की वजह से एक बड़ा अपराध टल गया।
CCTV फुटेज से नहीं मिले चेहरे, पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। इलाके के CCTV कैमरे खंगाले गए लेकिन बदमाशों के चेहरे स्पष्ट नहीं दिखे। थानाध्यक्ष Arvind Kumar के अनुसार पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच में जुटी है और जल्द ही अपराधी पकड़ लिए जाएंगे।
पैसे के लिए अपहरण की आशंका
Dr. Satyadev ने इस घटना को फिरौती के उद्देश्य से किया गया अपहरण प्रयास बताया है। उन्होंने कहा कि उनका किसी से कोई निजी विवाद नहीं है और यह साजिश संभवतः पैसों की मांग के लिए रची गई थी। DAV स्कूल के प्रिंसिपल Pranav Kumar ने बताया कि मुख्य सड़क पर CCTV न होना जांच में बाधा बन रहा है।