Lalan Singh के भोज पर RJD, रोहिणी आचार्य ने साधा निशाना, NDA में दिखी फूट की आहट
बिहार में Central Minister Lalan Singh ने सावन के पावन महीने में Mutton Party आयोजित कर सियासी बवाल मचा दिया है। सावन में शिवभक्त जहां भक्ति में डूबे हैं, वहीं मुंगेर जिले के सूर्यगढ़ा विधानसभा में आयोजित इस भोज ने राजनीति की थाली में विवाद का नया स्वाद भर दिया है। जदयू संवाद कार्यक्रम में एनएच-80 किनारे पेट्रोल पंप के पास हुए इस आयोजन ने विपक्ष को हमला करने का सुनहरा मौका दे दिया है।
कार्यक्रम में खुद मंच से ललन सिंह ने ऐलान किया कि—”मटन और सादा भोजन दोनों का इंतजाम है, जो चाहें खाएं!” बस इसी एलान ने NDA के धर्म-परंपरा प्रेम पर सवाल खड़े कर दिए। खास बात ये रही कि राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री Ashok Choudhary तो मौजूद थे लेकिन NDA के बाकी सहयोगी गायब रहे, जिसने सियासी हलकों में नई चर्चा छेड़ दी।
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RJD का तंज – धर्म के ठेकेदार बनकर कर रहे पाखंड
RJD ने ललन सिंह की मटन पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि—”भगवान भोलेनाथ के महीने में मटन पार्टी? यही हैं धर्म के ठेकेदार?” यही नहीं, Rohini Acharya ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कविता के तीर छोड़ते हुए कहा—
“ढोंग रच-रच ढकोसले फैलाने वाले,
दूसरों के खान-पान पर उंगली उठाने वाले,
जब खुद की बारी आई तो मर्म भी भूले, धर्म भी भूले।”
NDA में भी दिखी नाराज़गी की झलक
राजनीतिक विशेषज्ञ इसे NDA के भीतर की खींचतान से जोड़ रहे हैं। सावन में इस तरह का भोज NDA के सहयोगी दलों के गले नहीं उतर रहा। कार्यक्रम में अन्य सहयोगी दलों की गैरमौजूदगी ने NDA में ‘अंदरूनी दरार’ की कहानी को और पुख्ता कर दिया है।
यह पहला मौका नहीं है जब Lalan Singh ने जनता के बीच मटन-भात से सियासी स्वाद बढ़ाने की कोशिश की हो। इससे पहले भी वे इसी तिकड़म से मुंगेर में जनता को साधने की कोशिश कर चुके हैं। लेकिन इस बार का मामला खास इसलिए बन गया क्योंकि समय सावन का है और जनता का मूड शिवभक्ति का।
लोकसभा चुनाव से पहले NDA में तकरार?
राजनीति के जानकार मानते हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले NDA में भीतरघात खुलकर सामने आ सकता है। NDA की एकता पर यह भोज भारी पड़ता दिख रहा है। फिलहाल ललन सिंह ने कोई सफाई नहीं दी है, लेकिन सियासी गलियारों में इस ‘मटन पार्टी’ की गूंज देर तक सुनाई देगी।