धर्मशाला/गग्गल: हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में Indira Priyadarshini Hydel Project की सहायक परियोजना Manuni Hydel Project पर काम कर रहे मजदूरों के लिए बुधवार की रात मौत बनकर आई। Manuni Khad (मनूणी खड्ड) में अचानक आए उफान में आठ मजदूर बह गए, जिनमें से अब तक 5 मजदूरों के शव बरामद किए जा चुके हैं। 3 की तलाश अभी जारी है, जबकि एक मजदूर को सुरक्षित बचा लिया गया है।
यह हादसा बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात को हुआ, जब करीब 170 मजदूर ऊपरी हिस्से में फंसे हुए थे। रेस्क्यू टीमों ने सभी 170 मजदूरों को सुरक्षित नीचे उतार लिया, लेकिन आठ मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए।
Indira Priyadarshini Hydel Project पर कर रहे थे काम
हादसे के वक्त सभी मजदूर Indira Priyadarshini Hydel Project की सहायक इकाई Manuni Hydel Project पर कार्यरत थे। इस प्रोजेक्ट के तहत नदी के किनारे गहरी खुदाई का काम चल रहा था, तभी अचानक पानी का बहाव तेज हुआ और आठ मजदूर उसकी चपेट में आ गए।
DC Hemraj Bairwa ने दी पुष्टि
धर्मशाला के उपायुक्त Hemraj Bairwa ने बताया, “बिजली कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार कुल 8 मजदूर बह गए थे। हमने अब तक 5 के शव बरामद कर लिए हैं। बचाव अभियान जारी है और हम बाकी 3 मजदूरों की तलाश कर रहे हैं।”
NDRF और SDRF ने संभाला मोर्चा
घटना के तुरंत बाद National Disaster Response Force (NDRF) और State Disaster Response Force (SDRF) की टीमें मौके पर पहुंच गईं। रातभर राहत और बचाव का काम चलता रहा। गोताखोरों की मदद से नदी में सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों और मजदूर संगठनों ने इस हादसे के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि नदी के बढ़ते जलस्तर के बारे में समय रहते चेतावनी नहीं दी गई, जिससे मजदूरों को भागने का मौका नहीं मिला।
अधिकारियों पर हो सकती है कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। यदि लापरवाही सामने आती है तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।