Tej Pratap Yadav एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार वजह है उनका खुद को Lalu Prasad Yadav का उत्तराधिकारी घोषित करना। NDTV को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि लोग उन्हें ‘दूसरा लालू यादव’ इसलिए कहते हैं क्योंकि उनमें वही ठेठ अंदाज, वही आवाज और वही ज़मीनी जुड़ाव है जो उनके पिता में था।
उन्होंने कहा, “जो लोग मुझे टारगेट कर रहे हैं, उन्हें पता है कि मैं ही हूं दूसरा लालू यादव। मेरी बोली, मेरी सोच, मेरी जमीनी पकड़ सब लालू जी से मिलती है।”
तेजस्वी बनें मुख्यमंत्री, हम रहेंगे किंगमेकर
Tej Pratap Yadav ने साफ कहा कि वह अब Tejashwi Yadav को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “तेजस्वी को पूरा सपोर्ट है। वो मुख्यमंत्री बनें, हम ही उन्हें बनाएंगे। हम रहेंगे किंगमेकर।”
तेज प्रताप ने बताया कि भले ही उन्हें पार्टी से निष्कासित किया गया हो, लेकिन उनके दिल में परिवार और बिहार के लिए सच्चा प्रेम है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वह कभी भी सत्ता के लिए लालची नहीं रहे, बल्कि हमेशा संघर्ष करते आए हैं।
RJD से निष्कासन को बताया साजिश, नहीं लगाया परिवार पर आरोप
तेज प्रताप ने RJD से निष्कासन को राजनीतिक साजिश बताया। उन्होंने कहा, “सिर्फ मुझे ही क्यों निकाला गया? पार्टी में और भी लोग हैं जिनसे नुकसान हो सकता है। यह एक साजिश है लेकिन मैं अपने माता-पिता या भाई पर कोई आरोप नहीं लगाता।”
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी में बहुत से ऐसे लोग हैं जो उन्हें पसंद नहीं करते, क्योंकि वह बिना लाग-लपेट के सच बोलते हैं और जनता के मुद्दे उठाते हैं।
Anushka Yadav विवाद: सोशल मीडिया से उठा बवाल, पार्टी से निष्कासन तक
पिछले महीने Tej Pratap Yadav के सोशल मीडिया अकाउंट से Anushka Yadav के साथ एक तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें दावा किया गया कि दोनों पिछले 12 साल से रिलेशनशिप में हैं। हालांकि थोड़ी देर बाद पोस्ट डिलीट कर दिया गया और अकाउंट हैक होने का दावा किया गया। लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर तेज प्रताप और अनुष्का की कई तस्वीरें वायरल हो चुकी थीं।
इसके अगले ही दिन Lalu Yadav ने तेज प्रताप को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया और उन्हें परिवार से भी बेदखल कर दिया।
राजनीति में रिश्तों की अहमियत: अखिलेश यादव से व्यक्तिगत संबंध
इंटरव्यू में तेज प्रताप ने यह भी खुलासा किया कि उनकी Akhilesh Yadav से वीडियो कॉल पर बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा, “हमारे बीच पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंध हैं। राजनीति में अपने लोग ही काम आते हैं।”
तेज प्रताप यादव का ये नया राजनीतिक स्टैंड बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रहा है। अब देखना यह है कि क्या वह वाकई किंगमेकर की भूमिका निभा पाएंगे या एक बार फिर विवादों में ही रहेंगे।