बिहार विधानसभा परिसर में जल्द ही एक अत्याधुनिक डिजिटल म्यूजियम का निर्माण शुरू होने जा रहा है। इस म्यूजियम का निर्माण 1.74 एकड़ भूमि पर किया जाएगा और इसकी अनुमानित लागत करीब ₹48.76 करोड़ होगी। यह म्यूजियम न सिर्फ बिहार की राजनीतिक विरासत को संजोएगा, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरणा देने का काम भी करेगा। परियोजना की जिम्मेदारी भवन निर्माण विभाग को सौंपी गई है और ठेकेदार के चयन के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
CM से लेकर Speaker तक, सबकी जानकारी डिजिटल
डिजिटल म्यूजियम में Bihar Assembly के गठन से लेकर आज तक के सभी Chief Ministers, Assembly Speakers और MLAs की जानकारियाँ डिजिटल रूप में प्रस्तुत की जाएंगी। साथ ही, पिछले 100 वर्षों के विधायी कार्यों और लिए गए ऐतिहासिक निर्णयों को भी आधुनिक तकनीक के ज़रिए प्रस्तुत किया जाएगा। भवन निर्माण सचिव Kumar Ravi के अनुसार यह एक मंजिला भवन होगा जिसमें पाँच थीम-आधारित डिजिटल गैलरियाँ होंगी। हर गैलरी बिहार की विधायी यात्रा की झलक देगी, जो आगंतुकों को इतिहास से जोड़ने का काम करेगी।
ऑडिटोरियम, मीडिया और कॉन्फ्रेंस हॉल से होगा लैस
इस हाईटेक म्यूजियम में 356 सीटों वाला एक अत्याधुनिक ऑडिटोरियम, 50 सीटों की मीडिया गैलरी और एक आधुनिक कॉन्फ्रेंस हॉल भी शामिल होगा। यह प्रोजेक्ट न केवल डिजिटल आर्काइव के रूप में काम करेगा बल्कि बिहार की लोकतांत्रिक परंपरा को समझने और सहेजने का केंद्र भी बनेगा। विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में इस परियोजना को तेजी से पूरा करने का निर्देश भवन निर्माण विभाग को दिया गया है।
शिक्षा और प्रेरणा का नया केंद्र बनेगा ये म्यूजियम
यह म्यूजियम सिर्फ एक संग्रहालय नहीं, बल्कि एक ऐसी जगह होगी जहाँ विद्यार्थी, शोधकर्ता और आम नागरिक बिहार की राजनीतिक विरासत से रूबरू हो सकेंगे। यह पहल न सिर्फ इतिहास को संजोएगी बल्कि एक डिजिटल युग में उसे नई पहचान भी देगी।