दिल्ली और हरियाणा में शुक्रवार शाम एक बार फिर भूकंप के झटकों ने लोगों को हिला कर रख दिया। शाम 7:45 बजे महसूस किए गए इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.7 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के मुताबिक, इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर में था और गहराई करीब 10 किलोमीटर रही।
लगातार झटकों से NCR में तनाव
दिल्ली-NCR के लोगों में इस बार डर की वजह सिर्फ एक झटका नहीं, बल्कि यह है कि ये लगातार दूसरा दिन है जब ज़मीन हिली है। गुरुवार को भी सुबह करीब 9:04 बजे 4.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था, जिससे पूरे 10 मिनट तक धरती हिलती रही थी।
उस भूकंप का केंद्र भी झज्जर के पास ही था — दिल्ली से 51 किमी पश्चिम और जमीन से 10 किमी नीचे। उस वक्त भी दिल्ली-NCR से लेकर गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, पानीपत और मेरठ तक कंपन महसूस की गई थी।
ग्राउंड रिपोर्ट: डर, बेचैनी और बाहर रात बिताते लोग
विकासपुरी निवासी सुल्तान खान ने कहा, “हमें अचानक धरती हिलती हुई महसूस हुई और हम घर से बाहर भागे। पहले गर्मी, फिर रात भर की बारिश और अब यह झटका — ये तीनों हमें पूरी तरह हिला रहे हैं।”
अहमद अली, जो झज्जर के नज़दीक रहते हैं, ने बताया कि झटका छोटा था लेकिन इतना तीव्र था कि नींद टूट गई। “मेरे बच्चे अब भी डरे हुए हैं,” उन्होंने बताया।
कई लोगों ने बताया कि झटकों के बाद भी वे काफी देर तक घरों से बाहर ही रहे। लोगों को डर है कि कहीं और बड़ा भूकंप न आ जाए। ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और पानीपत में भी ऐसे ही दृश्य देखे गए, जहां लोग पार्कों या खाली स्थानों पर इकट्ठा होकर सुरक्षित महसूस करने की कोशिश करते नजर आए।
झज्जर में बुजुर्ग ने कहा – “जिंदगी का सबसे तेज़ झटका”
झज्जर में रहने वाले एक बुजुर्ग ने कहा, “ये झटका इतना तेज़ था कि मैंने अपनी पूरी जिंदगी में पहली बार ऐसा महसूस किया। कई लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकल आए थे।”
क्या NCR को लेकर कोई बड़ा खतरा है?
भूकंप विशेषज्ञों के अनुसार, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर एक सिस्मिक जोन में आते हैं, जहां अक्सर हल्के और मध्यम दर्जे के झटके आते रहते हैं। लेकिन लगातार दो दिन भूकंप आना चिंता का विषय ज़रूर है। विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्क रहने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
लोगों से अपील – घबराएं नहीं, सतर्क रहें
नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों से बचें, ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग सावधानी बरतें और घरों में जरूरी आपातकालीन सामान तैयार रखें।
दिल्ली-एनसीआर में लगातार आ रहे झटकों ने एक बार फिर याद दिला दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। फिलहाल जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है, लेकिन डर और दहशत ने लोगों को सोचने पर मजबूर ज़रूर कर दिया है — क्या यह सिर्फ शुरुआत है?