Ahmedabad Plane Crash Report: भारत की एविएशन हिस्ट्री की सबसे भयावह दुर्घटनाओं में शामिल Air India Flight AI171 हादसे की जांच रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है। Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) ने शनिवार देर रात इस भयावह दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें खुलासा हुआ है कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही दोनों इंजनों में ईंधन की सप्लाई अचानक बंद हो गई।
जांच में सामने आया कि जैसे ही विमान ने अधिकतम 180 नॉट्स की गति पकड़ी, दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच “RUN” से “CUTOFF” में ट्रांजिशन कर गए। उसी दौरान कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) में दर्ज एक संवाद में एक पायलट दूसरे से पूछता है, “तुमने फ्यूल क्यों कट किया?” जवाब मिला, “मैंने ऐसा नहीं किया।”
इंजन रीस्टार्ट की कोशिश हुई लेकिन…
जांच रिपोर्ट बताती है कि पायलटों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत दोनों इंजनों को दोबारा चालू करने की प्रक्रिया शुरू की थी। लेकिन समय और ऊंचाई की कमी के चलते वह प्रयास सफल नहीं हो सका और विमान कुछ ही सेकंड में क्रैश हो गया। फ्लाइट में सवार सभी 260 लोगों की मौत हो गई।
टेक्निकल रिपोर्ट में क्या मिला?
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार:
- रैम एअर टरबाइन (RAT) का खुलना स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है
- फ्लैप हैंडल 5-डिग्री टेकऑफ स्थिति में पाया गया
- लैंडिंग गियर “डाउन” स्थिति में था
- थ्रस्ट लीवर दुर्घटना तक फॉरवर्ड पोजिशन में थे
- मौसम सामान्य था और पक्षी से कोई टक्कर नहीं हुई
- विमान का वजन मानक सीमा में था
एअर इंडिया का आधिकारिक बयान
Air India ने रिपोर्ट जारी होते ही प्रतिक्रिया दी और इस हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा,
“हम AAIB द्वारा जारी रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे हैं और सभी नियामक एजेंसियों के साथ मिलकर पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। इस कठिन समय में हम सभी प्रभावितों के साथ हैं।”
क्या था फ्यूल लॉकिंग मैकेनिज्म का मामला?
जांच में सामने आया कि Boeing 787-8 विमान में मौजूद फ्यूल स्विच लॉकिंग मैकेनिज्म को लेकर FAA ने 2018 में एक एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन वह अनिवार्य नहीं थी। Air India ने उस संबंध में कोई निरीक्षण नहीं किया था।
मेंटेनेंस रिकॉर्ड में कोई गड़बड़ी?
थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और 2023 में बदला गया था, लेकिन फ्यूल स्विच से जुड़ी कोई शिकायत रिकॉर्ड में दर्ज नहीं की गई।
कौन कर रहा है जांच?
जांच का नेतृत्व AAIB चीफ GVG Yugandhar कर रहे हैं। टीम में पायलट्स, एविएशन साइकोलॉजिस्ट, इंजीनियर्स, फ्लाइट रिकॉर्डर एक्सपर्ट्स शामिल हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और इकलौते जीवित यात्री का बयान अभी विश्लेषणाधीन है।
मलबे से क्या निकला?
AAIB ने दोनों इंजन मलबे से निकाल लिए हैं और उन्हें हैंगर में सुरक्षित रखा गया है। ड्रोन से फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी के बाद मलबे को एक सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है।
फाइनल लाइन: 260 जानें गंवाने वाली इस दुर्घटना के पीछे सिर्फ तकनीकी खामी थी या मानवीय भूल? ये सवाल अभी अनुत्तरित है। रिपोर्ट की अगली किश्तें क्या राज़ खोलेंगी, इस पर देश की निगाहें टिकी हैं।