जन सुराज पार्टी के संयोजक Prashant Kishor ने बिहार पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) Kundan Krishnan के उस बयान पर कड़ा हमला बोला है, जिसमें उन्होंने कहा था कि “किसानों को अप्रैल से जून तक काम नहीं रहता, इसलिए इस दौरान ज्यादा मर्डर होते हैं।” प्रशांत किशोर ने इस टिप्पणी को अमानवीय बताते हुए कहा कि अगर अपराधी किसान नजर आ रहे हैं तो एडीजी को अपनी आंखें जरूर चेक करानी चाहिए।
Prashant Kishor ने बांका जिले के अमरपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए साफ कहा कि ये बयान सरकार और प्रशासन की सोच को उजागर करता है। जब गोली मारने वाले अपराधी पैंट-शर्ट में वीडियो में दिख रहे हैं, तब उन्हें किसान कैसे दिखे? ये आंखों की नहीं, मानसिकता की बीमारी है।
पटना शूटआउट पर प्रशांत किशोर का बयान
पटना के Paras Hospital में खुलेआम हुई शूटिंग पर प्रशांत किशोर ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में गैंगस्टर Chandan Mishra की हत्या के बाद जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ दिख रहा है कि अपराधी किस अंदाज में गोलियां चला रहे हैं। इसके बावजूद बिहार पुलिस के बड़े अफसर उन्हें किसान बता रहे हैं। पीके ने तंज कसते हुए कहा कि अगर यही किसान हैं तो बिहार को बचाने के लिए भगवान ही आ सकते हैं।
सरकार पर भी बोला हमला
प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से अचेतन अवस्था में है। मंत्री ट्रांसफर-पोस्टिंग से पैसे बना रहे हैं और प्रशासन शराब व बालू के धंधे में व्यस्त है। ऐसे में कानून व्यवस्था कैसे ठीक रहेगी?
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