जहानाबाद (Bihar) की पटना-गया रोड पर सड़क के बीच खड़े दर्जनों पेड़ों का वीडियो वायरल होने के बाद पथ निर्माण विभाग (RCD) हरकत में आया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होते ही जन-सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए विभाग ने सड़क पर बैरिकेटिंग, चेतावनी संकेत बोर्ड और ट्री रिफ्लेक्टर जैसे सुरक्षात्मक उपायों को तुरंत लागू किया है।
पेड़ों को न काटकर बीच से निकाली गई सड़क, अब किया गया बैरिकेडिंग
इस परियोजना के तहत पुल के नीचे करीब 7.48 किमी लंबे साइड रोड का निर्माण किया गया है। इसमें लगभग 300 मीटर हिस्से में पेड़ों को नहीं हटाया गया, जिससे सड़क के बीचोबीच दर्जनों पेड़ रह गए। इससे दुर्घटना की आशंका बढ़ गई थी। लेकिन अब इन पेड़ों के पास बैरिकेडिंग कर दी गई है, और सड़क पर “खतरे” के संकेत भी लगाए गए हैं। रात में भी वाहन चालकों को इन पेड़ों की उपस्थिति का संकेत देने के लिए ट्री रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं।
निर्माण अधूरा, कारण वन विभाग की मंजूरी में देरी
इस सड़क परियोजना की शुरुआत अप्रैल 2023 में हुई थी और इसे अप्रैल 2025 तक पूरा होना था। लेकिन वन विभाग से एनओसी (NOC) न मिलने के कारण अब तक केवल 37 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। विभाग ने पहले ही पेड़ों की कटाई की अनुमति मांगी थी, लेकिन वन विभाग की ओर से 14 हेक्टेयर भूमि मुआवजे के रूप में मांगी गई, जिसे अभी तक जिला प्रशासन उपलब्ध नहीं करा सका।
पथ निर्माण विभाग ने दिया स्पष्टीकरण
पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जन-सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी मानकों के अनुरूप सुरक्षा के उपाय किए गए हैं। जब तक वन विभाग से NOC नहीं मिल जाती, तब तक पेड़ों को नहीं हटाया जा सकता, इसलिए फिलहाल ऐसे सुरक्षात्मक उपायों से हादसों को टाला जाएगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी सड़क की तस्वीर
सड़क के बीचोबीच खड़े पेड़ों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए थे। लोगों ने सवाल उठाया कि बिना पेड़ों को हटाए सड़क कैसे बना दी गई। इसके बाद ही विभाग ने मामले को गंभीरता से लिया और कुछ ही दिनों में सुरक्षा के त्वरित उपाय किए।