असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भले ही बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने को बेताब हो, लेकिन RJD के नेता स्पष्ट कर चुके हैं कि AIMIM को कोई सीट नहीं दी जाएगी। RJD प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने शुक्रवार को साफ शब्दों में कहा कि अगर ओवैसी सच में BJP को हराना चाहते हैं, तो बिहार चुनाव से दूर रहें।
मनोज झा ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “ओवैसी का बेस हैदराबाद में है। कभी-कभी चुनाव न लड़ना भी बड़ा योगदान होता है। अगर आप नफरत की राजनीति को हराना चाहते हैं, तो बिहार चुनाव से बाहर रहिए।”
अख्तरुल ईमान की कोशिशें, पर सीट की कोई उम्मीद नहीं
AIMIM के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान पिछले कई हफ्तों से लगातार बयान दे रहे हैं कि उनकी पार्टी राजद, कांग्रेस, लेफ्ट और वीआईपी के गठबंधन के साथ चुनाव लड़ना चाहती है। उन्होंने लालू यादव को चिट्ठी भी लिखी, जिसमें गठबंधन में शामिल करने की मांग की गई थी।
हालांकि सोमवार को महागठबंधन के घोषणा पत्र की बैठक में AIMIM को नहीं बुलाया गया, जिस पर नाराज होकर ईमान ने कहा था कि उनकी पार्टी अब तीसरा मोर्चा बनाएगी। इसके बावजूद दो दिन बाद उन्होंने एक बार फिर लालू यादव को चिट्ठी लिखी और कहा कि वो कम सीटों पर भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
तेजस्वी का फोकस सीट शेयरिंग पर, AIMIM को नहीं कोई जगह
तेजस्वी यादव पहले से ही कांग्रेस, लेफ्ट और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कड़े मोलभाव में उलझे हैं। ऐसे में AIMIM के लिए गठबंधन में कोई जगह नहीं बन रही है।
2020 के विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने मायावती, उपेन्द्र कुशवाहा जैसे नेताओं के साथ मिलकर ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट बनाया था और सीमांचल की 5 सीटें जीतने में सफल रहे थे। लेकिन चुनाव के बाद, तेजस्वी यादव ने ईमान को छोड़ बाकी चार विधायकों को RJD में शामिल कर लिया था।