सीतामढ़ी (Sitamarhi): बिहार में प्राइवेट क्लिनिक की मनमानी और डॉक्टरों की लापरवाही का एक और खौफनाक उदाहरण सामने आया है। सीतामढ़ी जिला के सदर अस्पताल के पास एक अवैध निजी नर्सिंग होम में डिलीवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई। वहीं प्रसूता की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने क्लिनिक में तोड़फोड़ की और मौके से डॉक्टर व स्टाफ फरार हो गए।
आराधना कुमारी, जो कि बाजपट्टी थाना क्षेत्र के भलनी मदन गांव निवासी नीतीश झा की पत्नी हैं, को प्रसव पीड़ा होने पर सदर अस्पताल लाया गया था। लेकिन अस्पताल में मौजूद एक दलाल ने महिला को अस्पताल परिसर में ही पश्चिमी गेट के पास स्थित एक अनजान और बिना नाम के चल रहे क्लिनिक में भर्ती करा दिया।
ऑपरेशन के कुछ ही देर बाद बच्चे की मौत हो गई और महिला की हालत भी बिगड़ गई। इसके बाद परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और आराधना को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
घटना के बाद क्लिनिक संचालक फरार, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभालने में जुट गई। सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार ने तुरंत एक जांच टीम गठित की है और कहा है कि रिपोर्ट आने के बाद संबंधित नर्सिंग होम पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब सीतामढ़ी में अवैध नर्सिंग होम को लेकर सवाल उठे हों। जिले में लगातार कार्रवाई के बावजूद नर्सिंग होम संचालकों का मनोबल बना हुआ है और दलालों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा बेरोकटोक चल रहा है।