राजधानी पटना समेत बिहार के दो अन्य जिलों सहरसा और सीतामढ़ी में गुरुवार सुबह आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की छापेमारी से हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री Nitish Kumar के एक करीबी अधिकारी Pramod Kumar, जो कि BSEIDC (Bihar State Educational Infrastructure Development Corporation) में कार्यपालक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं, के तीन ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई है।
309% अधिक संपत्ति, एफआईआर दर्ज
जानकारी के अनुसार प्रमोद कुमार पर अपनी वैध आय से 309.61% अधिक संपत्ति अर्जित करने का गंभीर आरोप है। इसी मामले में उनके खिलाफ 9 जुलाई 2025 को आर्थिक अपराध थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) के तहत FIR दर्ज की गई है। कांड संख्या 13/2025 के तहत कार्रवाई की गई। FIR से पहले विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त इनपुट की पुष्टि की गई थी।
EOU ने कोर्ट से ली सर्च वारंट, फिर हुई बड़ी कार्रवाई
EOU को पटना स्थित विशेष अदालत से तलाशी अधिपत्र (Search Warrant) मिलने के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई। गुरुवार सुबह जैसे ही टीमें प्रमोद कुमार के पटना, सीतामढ़ी, और सहरसा स्थित ठिकानों पर पहुंचीं, अफसरों में अफरा-तफरी मच गई। उनके आवास और अन्य परिसरों की गहन तलाशी ली जा रही है।
कई महीनों से चल रही थी निगरानी
सूत्रों के मुताबिक कई महीनों से निगरानी एजेंसियों को इस मामले से जुड़ी अहम जानकारियां मिल रही थीं। प्रारंभिक जांच में आय से अधिक संपत्ति के स्पष्ट प्रमाण सामने आने के बाद यह रेड की गई। अब यह भी जांच की जा रही है कि इन संपत्तियों की खरीद में किन लोगों की भूमिका थी और क्या इसमें बड़े राजनीतिक या प्रशासनिक चेहरों की संलिप्तता है।
EOU की अगली रिपोर्ट में कई नामों के खुलासे की संभावना
EOU के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी पूरी होने के बाद मीडिया को पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि जांच में और भी नाम सामने आ सकते हैं, जिससे बिहार की नौकरशाही में एक बार फिर हलचल मच सकती है।